Advertisement
उलबेड़िया अस्पताल में डॉक्टरों की लापरवाही से बच्चे की मौत का आरोप
इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप जिंदा बच्चे को मृत बता कर लौटाने का आरोप बच्चे का इलाज करने की जगह मीिडयाकर्मियों से उलझे डॉक्टर हावड़ा. एक बच्चे की मौत के बाद उलबेड़िया महकमा अस्पताल में जमकर बवाल हुआ. कवरेज करने पहुंचे दो पत्रकारों के साथ हाथापाई करते हुए उनके फोन छीन लिये गये. हाथापाई […]
इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप
जिंदा बच्चे को मृत बता कर लौटाने का आरोप
बच्चे का इलाज करने की जगह मीिडयाकर्मियों से उलझे डॉक्टर
हावड़ा. एक बच्चे की मौत के बाद उलबेड़िया महकमा अस्पताल में जमकर बवाल हुआ. कवरेज करने पहुंचे दो पत्रकारों के साथ हाथापाई करते हुए उनके फोन छीन लिये गये. हाथापाई करने का आरोप अस्पताल के एक डॉक्टर पर है.
जानकारी के अनुसार, एक साल का बच्चा तृपण दास को दूध पिलाने के दौरान उसकी सांस बंद हो गयी थी. मां मृदूला आैर पिता परितोष दास बच्चे को उसी हालत में अस्पताल के इमरजेंसी विभाग में लेकर पहुंचे. डॉक्टरों ने बच्चे का चेकअप करने के बाद मृत घोषित कर दिया आैर विभाग से बाहर निकाल दिया.
इमरजेंसी विभाग से निकलने के बाद बच्चे को उल्टी होनी शुरू हुई. माता-पिता फिर बच्चे को लेकर एसएनसीयू विभाग में गये आैर डॉक्टरों से बच्चे को देखने को कहा. इसी दौरान खबर पाकर दो पत्रकार भी पहुंचे आैर एसएनसीयू विभाग के बाहर खड़े होकर फोटो लेने लगे. आरोप है कि उसी समय डॉक्टर बच्चे का इलाज रोक कर पत्रकारों के साथ उलझ गये आैर उनका मोबाइल फोन छीन लिये. इसी बीच बच्चे ने दम तोड़ दिया.
बच्चे के परिजनों का आरोप है कि बच्चे के जिंदा रहते ही डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. दोबारा वापस आने पर डॉक्टर पत्रकारों के साथ भिड़ गये आैर बिना इलाज के बच्चे की माैत हो गयी. अस्पताल अधीक्षक सुदीप काड़ार ने बताया कि लिखित शिकायत करने पर घटना की जांच की जायेगी. पत्रकारों पर हाथ उठाना निश्चित रूप से गलत है. सीसीटीवी फुटेज देखकर मामले की जांच की जायेगी.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement