West Bengal Wild Life News: पश्चिम बंगाल के झाड़ग्राम जिला अंतर्गत लालगढ़ थाना क्षेत्र के झिटका जंगल में वनकर्मियों ने विरल प्रजाति की नील गाय को देखा है. इसकी तस्वीर मोबाइल में कैद हुई और देखते ही देखते यह वीडियो वायरल हो गया. वनकर्मी जंगल में गश्त लगा रहे थे. इसी दौरान उन्हें जंगल में विरल प्रजाति की नील गाय दिखी. तुरंत मोबाइल फोन से उसकी रिकॉर्डिंग की गयी.
नील गाय की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया में वायरल
कुछ ही देर में नील गाय घने जंगल में प्रवेश कर गयी. लेकिन, उसकी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गये हैं. वनकर्मियों का कहना है कि नील गाय सहित विभिन्न जीव-जंतुओं को सुरक्षित रखने के लिए हर तरह का प्रयास किया जायेगा. वहीं, नील गाय को देखने के लिए ग्रामीणों में काफी उत्सुकता देखी गयी.
हुगली में बढ़ी डॉल्फिन की संख्या
राजधानी कोलकाता स्थित हुगली नदी में डॉल्फिन की संख्या लगातार बढ़ रही है. इस बात का अंदाजा वन विभाग को भी नहीं था. डॉल्फिन की गिनती में इसकी जानकारी वन विभाग को मिली है. वन विभाग ने हुगली नदी में फरक्का से लेकर गंगासागर तक डॉल्फिन की गिनती करायी है और उसमें 650 डॉल्फिन होने का पता चला.
डॉल्फिन को बचाने की पहल शुरू
अब इन डॉल्फिन को बचाने के लिए वन विभाग ने पहल शुरू की है. जागरूकता अभियान चलया जा रहा है. वन विभाग के सूत्रों के मुताबिक, हाल ही में केंद्र के भारतीय वन्यजीव संस्थान ने वन विभाग की मदद से बंगाल की गंगा में चार सप्ताह तक लगातार डॉल्फिन की गिनती की. राज्य में कई डॉल्फिन हॉटस्पॉट की पहचान की गयी थी, जहां बड़ी संख्या में डॉल्फिन रहती हैं.
डॉल्फिन के संरक्षण के सभी उपाय कर रहे : देवल रॉय
हावड़ा में गंगा और रूपनारायण के संगम पर बड़ी संख्या में डॉल्फिन देखी गयी है. डॉल्फिन की बढ़ती संख्या को देखते हुए वन विभाग ज्यादा से ज्यादा डॉल्फिन को बचाना चाहता है. वन विभाग को लगता है कि बाघ, हाथी और डॉल्फिन के आवास ज्यादा सुरक्षित नहीं हैं, क्योंकि डॉल्फिन को ऑक्सीजन लेने के लिए अपना मुंह पानी से बाहर निकालना पड़ता है. मुख्य वन्यजीव अधिकारी (वन्यजीव) देवल रॉय ने कहा कि डॉल्फिन की संख्या से हम खुश हैं और डॉल्फिन के संरक्षण के सभी उपाय कर रहे हैं.