ममता बनर्जी के करीबी रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री दिनेश त्रिवेदी ने बड़ा खुलासा है. दिनेश त्रिवेदी ने कहा है कि टीएमसी में जो आज टूट हुई है, वो टूट 2012 में ही हो जाती, लेकिन ममता बनर्जी ने डैमेज कंट्रोल कर इसे रोक ली. इस दौरान त्रिवेदी ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से जुड़ा एक वाकया भी सुनाया.
बीजेपी नेता दिनेश त्रिवेदी ने कहा कि बंगाल के बेटा प्रणब मुखर्जी जब राष्ट्रपति के कैंडिडेट बने तब ममता बनर्जी ने उन्हें समर्थन नहीं देने का निर्णय किया, लेकिन मैंने और शुभेंदु सहित 12 सांसदों ने उन्हें वोट देने निर्णय लिया, तब ममता बनर्जी सतर्क हुई और प्रणब जी को समर्थन करने की हामी भरी.
ममता के चोट पर निशाना - पूर्व केंद्रीय मंत्री ने ममता बनर्जी के चोट को लेकर निशाना साधा है. दिनेश त्रिवेदी ने ट्वीट कर लिखा, असली कमांडर कभी भी अपने चोट को नहीं दिखाता है. जब कमांडर दर्द दिखाने लगे तो, समझ जाइए वो हार की ओर बढ़ गया है.
बताते चलें कि टीएमसी से अलग होने के बाद दिनेश त्रिवेदी लगातार ममता बनर्जी की पार्टी पर हमलावर हैं पिछले दिनों दिनेश त्रिवेदी ने एक इंटरव्यू में कहा कि बंगाल में टीएमसी ने मां, माटी और मानुष पर से अपनी पकड़ खो दिया है. एक वक्त था, जब हम पार्टी बनाए तो हमारे पास 5000 रूपये नहीं होत थे, लेकिन अब एक सलाहकार को करोड़ों रुपए दिए जाते हैं.
दिनेश त्रिवेदी को जानिए - दिनेश त्रिवेदी हाल ही में तृणमूल कांग्रेस को छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए हैं. त्रिवदी पूर्व रेल मंत्री रह चुके हैं. वे मनमोहन सरकार में केंद्रीय मंत्री बने थे. 2019 की लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल के बैरकपुर सीट से हारने के बाद टीएमसी ने उन्हों राज्यसभा भेजा था.
Posted By : Avinish kumar mishra