कोलकाता. दक्षिण 24 परगना के पुजाली नगरपालिका चुनाव में 16 सीटों में से दो सीटों पर भाजपा उम्मीदवार ने जीत दर्ज की है, लेकिन जीत के बाद से ही सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस से दोनों पार्षदों को धमकी दी जा रही है और उन पर पद छोड़ने का दबाव बनाया जा रहा है. ऐसा ही आरोप पुजाली नगरपालिका के तीन व नौ नंबर वार्ड के नव निर्वाचित पार्षद चिन्मय बारुई व पार्षद रूम्पा घरुई ने लगाया है.
गुरुवार को दोनों पार्षद महानगर स्थित प्रदेश भाजपा के मुख्यालय पहुंचे, जहां प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने उनका अभिनंदन किया. इस मौके पर दोनों पार्षदों ने बताया कि जब से वह चुनाव में उम्मीदवार के रूप में खड़े हुए हैं, तब से उनको धमकियां मिल रही हैं.
चुनाव जीतने के बाद अब उनको पद छोड़ने का दबाव बनाया जा रहा है. इस मौके पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि अगर पारदर्शी तरीके से चुनाव हुआ होता तो परिणाम कुछ और ही होता, क्याेंकि बूथ दखल व रीगिंग की घटना के बावजूद भाजपा को वहां 16 प्रतिशत वोट मिले हैं. अगर सही प्रकार से मतदान होता तो भाजपा को 30-32 प्रतिशत वोट मिलता. पार्षदों काे मिल रही धमकी के संबंध में श्री घोष ने कहा कि भाजपा अपने पार्षदों के साथ है और उनकी सुरक्षा के लिए तत्पर है. उन्होंने राज्य की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि यहां जंगल राज चल रहा है. तृणमूल कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में कोई सुरक्षित नहीं है.
राज्य चुनाव आयुक्त को देना चाहिए इस्तीफा : दिलीप घोष
राज्य चुनाव आयुक्त जैसे महत्वपूर्ण पद पर अगर कोई एेसा व्यक्ति हो, जो बेबस है. उसके अंदर आत्मविश्वास खत्म हो चुका है तो ऐसे व्यक्ति को एेसे महत्वपूर्ण संवैधानिक पद पर नहीं रहना चाहिए. श्री घोष ने कहा कि इससे पहले पूर्व राज्य चुनाव आयुक्त मीरा पांडे भी उस पद पर थीं और वह राज्य सरकार के असंवैधानिक फैसलों के खिलाफ कोर्ट तक गयी थीं, लेकिन वर्तमान आयुक्त तो साफ तौर पर कह रहे हैं कि उनके हाथ में कुछ नहीं है. वह आदेश दे रहे हैं, लेकिन उसका पालन नहीं किया जा रहा तो वह क्या कर सकते हैं.
बरकती को और पहले बर्खास्त करना चाहिए था : भाजपा
शाही इमाम के पद से नुरूर रहमान बरकती को बर्खास्त करने के फैसले का स्वागत करते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि बरकती को भारत विरोधी बयान देने की सजा के रूप में देश से बाहर निकाल देना चाहिए. वैसे शख्स को और पहले ही इस सम्मान जनक पद से बर्खास्त करना चाहिए था. वहीं, एक बार और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर कटाक्ष करते हुए श्री घोष ने कहा कि उनकी छत्र-छाया के कारण ही बरकती ने देश विरोधी बयान दिया था. सब वोट की राजनीति है. भाजपा के राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा ने कहा कि इस प्रकार के इंसान को देश से बाहर करना चाहिए. भारत में रह कर पाकिस्तान की वकालत करनेवाले इमाम का यहां रहने का कोई अधिकार नहीं है. उसको पाकिस्तान भेजना ही उचित होगा.