उन्होंने इलजाम लगाया कि तृणमूल कांग्रेस ने बाहर से लाये गये समाजविरोधियों के बल पर विपक्षी दलोंं को चुनाव प्रक्रिया में शामिल ही होने नहीं दिया. चुनाव के नाम पर मजाक किया गया है.
सबसे खराब रवैया तो राज्य चुनाव आयोग का है, जिसने इतनी बड़ी चुनावी धांधली की आेर से आंख बंद कर ली है. कांग्रेस नेताआें ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांग पूरी नहीं की गयी तो राज्य भर में जोरदार आंदोलन चलाया जायेगा. हम लोग खामोश नहीं बैठेंगे.