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कर्मयोगी थे पुष्करलाल केडिया : बागला
भारत स्काउट्स एंड गाइड्स, पश्चिम कलकत्ता के तत्वावधान में प्रार्थना सभा का आयोजन कोलकाता : स्काउटिंग को अपने जीवन का एक हिस्सा माननेवाले दिवंगत स्मृति शेष स्काउट वीर पुष्कर लाल केडिया जी स्मृति में एक प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया. शनिवार को भारत स्काउट्स एंड गाइड्स, पश्चिम कलकत्ता की ओऱ से श्री जैन विद्यालय […]
भारत स्काउट्स एंड गाइड्स, पश्चिम कलकत्ता के तत्वावधान में प्रार्थना सभा का आयोजन
कोलकाता : स्काउटिंग को अपने जीवन का एक हिस्सा माननेवाले दिवंगत स्मृति शेष स्काउट वीर पुष्कर लाल केडिया जी स्मृति में एक प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया. शनिवार को भारत स्काउट्स एंड गाइड्स, पश्चिम कलकत्ता की ओऱ से श्री जैन विद्यालय सभागार में केडिया जी की याद में प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया जहां समाज से जुड़े कई विशिष्ट लोगों ने उनकी तसवीर पर श्रद्धा सुमन अर्पित किये और उनकी जीवनी व समाजिक कार्यों को लोगों के समक्ष रखा.
इस दौरान आत्माराम काजड़िया, द्वारका प्रसाद गनेड़ीवाल, राधेश्याम अग्रवाल, गणपत अग्रवाल, मनमोहन केडिया, पल्लभ बासु, रिद्धकरण बोथरा, बलदेव केडिया, उमाशंकर केडिया, गोबर्धन दास गांधी, सुशील बोथरा, विनोद अग्रवाल, शंभुनाथ केजरीवाल, डॉ. एसपी गुप्ता समेत कई विशिष्ट लोगों ने दिवंगत केडिया जी को एक श्रद्धेय कर्मयोगी व महान समाज सेवक के रूप में प्रस्तुत किया. लोगों ने उन्हें प्रेरणा का स्त्रोत बताया. जगमोहन बागला ने कहा कि पुष्कर लाल केडिया का जीवन सेवा यज्ञ के प्रति समर्पित था. वह कहते थे कि सेवा करना ही मेरे जीवन का ध्येय है. कलकत्ता में उन्होंने जितने सामाजिक कार्यकर्ताओं को तैयार किया है, वह अपने आप में हमारे लिए गौरव की बात है. सचमुच वे कर्मयोगी थे. द्वारका प्रसाद गनेड़ीवाल ने कहा कि बचपन में ही स्काउटिंग ट्रेनिंग के दौरान ही केडियाजी ने सेवा कार्य का बीजारोपण किया था.
अविनाश गुप्ता ने बताया कि जो कुछ भी मैं हूं वह पुष्कर लाल केडिया जी की ही देन है. वे मुझसे बार बार कहते थे कि स्काउटिंग मेरा जीवन है. स्काउटिंग ने ही मुझे सेवा कार्यों में अपना जीवन दान करने की प्रेरणा दी है. वह प्रति क्षण मेरा मार्गदर्शन करती है. मैं चाहता हूं मेरे देश का हर नागरिक एक सच्चा स्काउट बने. सामाजिक क्षेत्र में अभी तक जो कुछ मैं कर पाया हूं, उसका श्रेय मेरे साथियों को भी जाता है.
वे मेरे सचमुच अभिभावक थे. उन्होंने मुझे अंगुली पकड़कर स्काउट की ही नहीं बल्कि सेवा और जीवन की भी सीख दी है. इस अवसर पर पुष्कर लाल केडिया को स्काउट सलामी भी दी गयी और उनके जीवन व सेवा कार्यों पर वृत चित्र भी दिखाया गया. प्रार्थना सभा की अध्यक्षता द्वारका प्रसाद गनेड़ीवाल ने की.
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