कोलकाता.:दक्षिण 24 परगना के भांगड़ में मंगलवार को विद्युत सब-स्टेशन के लिए जमीन अधिग्रहण का विरोध कर रहे ग्रामीणों और पुलिस में हिंसक झड़प हो गयी. पथराव, आगजनी और तोड़फोड़ के दौरान हालात को काबू में करने के लिए पुलिस ने पहले लाठीचार्ज किया और फिर फायरिंग की तथा आंसू गैस के गोले दागे. बवाल के दौरान गोली लगने से गंभीर रूप से घायल डेरेजियो कॉलेज के छात्र मफीजुल अली खान (26) और एक अन्य आलमगीर को एसएसकेएम अस्पताल ले जाया गया, जहां दोनों की मौत हो गयी. एक अन्य घायल आंदोलनकारी अकबर अली मोल्ला को आरजी कर अस्पताल में भरती करवाया गया है.
गुस्साये ग्रामीणों ने पुलिस व रैपिड एक्शन फोर्स की कई गाड़ियों को अाग लगा दी. कई वाहनों को तालाब में फेक दिया. आंदोलनकारियों ने पुलिस पर जम कर पथराव किया. पुलिस ने हिंसा पर नियंत्रण लाने के लिए लाठीचार्ज किया तथा अांसू गैस के गोले दागे. बाद में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर इलाके से रैफ व पुलिस के जवानों को वापस बुला लिया गया.
मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि इस आंदोलन के पीछे माओवादियों का हाथ है. लगभग 40 से 50 माओवादी आंदोलनकारियों के साथ मिल गये थे. उनकी गिरफ्तारी का निर्देश दिया गया है. जमीन आंदोलन के सहारे सत्ता में पहुंची तृणमूल कांग्रेस के लिए भांगड़ का मामला परेशानी का सबब बन गया है. भांगड़ में पावर ग्रिड सब-स्टेशन के लिए राज्य सरकार ने जमीन का अधिग्रहण किया था. अब सिंगूर आंदोलन की तर्ज पर गांववाले भूमि वापस करने और पावर ग्रिड सब-स्टेशन को बंद करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं.
प्रदर्शनकारियों के दवाब में सरकार ने सब-स्टेशन को सोमवार को बंद कर दिया था, लेकिन मंगलवार सुबह से ही किसानों ने पुलिस के कथित अत्याचार के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया. पुलिस जब प्रदर्शनकारियों को शांत कराने पहुंची तो किसानों व पुलिस के बीच झड़प हो गयी. स्थानीय किसानों ने पुलिस पर ईंट-पत्थर फेंके.
जानकारी के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के वाहनों में तोड़फाेड़ की. कई वाहनों में आग लगा दी गयी और कई गाड़ियों को तालाब में फेंक दिया गया. घटना में कई पुलिसकर्मी घायल हो गये. पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई में किसानों पर लाठीचार्ज किया और आंसू के गोले दागे.
राज्य सरकार ने बाद में कहा कि पावर सब-स्टेशन का काम रोक दिया गया है. राज्य सरकार ने आंदोलनकारियों से शांति स्थापना के लिए बातचीत का अनुरोध किया. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि गांववालाें ने पुलिस पर हमला किया और कुछ पुलिसकर्मी पत्थराें और ईंटों से घायल हो गये. अधिकारी ने कहा कि स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले चलाने पड़े तथा लाठीचार्ज करना पड़ा. वहीं, दूसरी ओर गांववालों का आरोप है कि पुलिस ने बिना उकसावे के लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े. उन्होंने दावा किया कि पुलिस फायरिंग में छात्र समेत दो लोगों की मौत हुई है.
भांगड़ के किसान स्थानीय शासमल हक उर्फ कालू की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे थे. हालांकि पुलिस ने कालू को छोड़ दिया, लेकिन उसके बाद भी किसानों का आंदोलन थमा नहीं और मंगलवार को इसने और गंभीर रूप धारण कर लिया. इस संबंध में ऊर्जा मंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याय ने किसी तरह की पुलिस कार्रवाई से इनकार किया. उन्होंने कहा कि पुलिस ने जवाबी कार्रवाई नहीं की, बल्कि जब गांववालों ने उन पर पथराव किया तो उनका केवल पीछा किया गया. उन्हाेंने कहा कि प्रदर्शन का कोई कारण नहीं है, क्याेंकि राज्य सरकार ने जमीन के और अधिक मुआवजे की मांग को लेकर किसानों के विरोध के बाद परियोजना पर काम पहले ही बंद करवा दिया था.
वहीं, कुछ लोग इस घटना को सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के दो गुटों के बीच टकराव का नतीजा बता रहे हैं. स्थानीय तृणमूल नेता अराबुल इसलाम व विधायक अब्दुर रज्जाक मोल्ला के बीच विधानसभा चुनाव के पहले से ही तनाव चल रहा है और इसे लेकर दोनों गुटों के समर्थक आपस में कई बार भिड़ चुके हैं. लोगों का कहना है कि दोनों गुटों में इलाका दखल को लेकर यह लड़ाई हो रही है, जिसकी वजह से आम जनता परेशान है. भांगड़ में तृणमूल कांग्रेस के दो गुटों की लड़ाई में इससे पहले कई हत्याएं भी हो चुकी हैं और अब यह आपसी विवाद चरम सीमा पर है.
क्या है मामला:भांगड़ में पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया का सब-स्टेशन लगाया जा रहा है. राज्य सरकार ने इसके लिए जमीन का अधिग्रहण किया है. सब-स्टेशन के निर्माण का काम भी काफी हद तक आगे बढ़ चुका है. अब ग्रामीण इस पावर सब-स्टेशन का विरोध कर रहे हैं. ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए सब-स्टेशन का काम रोक दिया गया है. स्थानीय निवासियों का कहना है कि पावर सब-स्टेशन से स्वास्थ्य संबंधी खतरे हैं. ग्रामीण अपनी जमीन भी वापस मांग रहे हैं. उनका कहना है कि पुलिस आंदोलन को दबाने की कोशिश कर रही है.
जबरन भूमि अधिग्रहण नहीं: ममता
कोलकाता. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भांगड़ में मंगलवार को बवाल के बाद कहा कि जबरदस्ती भूमि अधिग्रहण नहीं होगा. लोग अपनी जमीन नहीं देना चाहते हैं तो भूमि अधिग्रहण नहीं किया जायेगा. जरूरत पड़ी तो प्रस्तावित पावर ग्रिड सब-स्टेशन का स्थान बदला जा सकता है. गौरतलब है कि भांगड़ में विस्फोटक स्थिति को देखते हुए राज्य विद्युत विभाग ने पहले ही पावर ग्रिड का काम बंद रखने का एलान कर दिया था.
सीबीआइ जांच हो : सुजन चक्रवर्ती
सिलीगुड़ी/कोलकाता. माकपा नेता व विधायक सुजन चक्रवर्ती ने भांगड़ में हुई हिंसक घटना की सीबीआइ जांच की मांग की है. सिलीगुड़ी में उन्होंने कहा कि निर्दोष ग्रामीणों पर पुलिस ने गोली चलायी है. तृणमूल समर्थक बदमाशों के साथ पुलिस ने मिलकर यह बर्बर कार्रवाई की है. उन्होंने पूरे मामले की जांच कर दोषी पुलिस कर्मियों की भी गिरफ्तारी की मांग की है.
श्री चक्रवर्ती ने आगे कहा कि भांगड़ में पावर ग्रिड का प्लांट बनाने के लिये जमीन का अधिग्रहण हुआ है. इसके अलावा तृणमूल समर्थित जमीन माफिया भी उस इलाके में सक्रिय हैं. तृणमूल समर्थक लोगों की जमीन पर कब्जा कर उसे उंची कीमत में बेच रहे हैं.उन्होंने सभी कृषकों की जमीन वापस लौटाने की भी मांग की.