माटी उत्सव के उदघाटन समारोह में तृणमूल सुप्रीमो ने कहा : मैं देश के संवैधानिक प्रमुख राष्ट्रपति से अनुरोध करती हूं कि यदि कोई सरकार अपने एकतरफा फैसले से देश को आपदा के कगार पर ले जाती है तो संविधान संरक्षक के रूप में लोगाें को संरक्षण दिया जाये और उन्हें बचाया जाये. भुखमरी शुरू हो गयी है. इसलिए लोगों को बचाइये. यदि लोग जीवित नहीं बचते हैं तो कुछ नहीं बचेगा. आमलोगों से विरोध में खड़े होनी की अपील करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि कुछ दिक्कतें हाेंगी लेकिन किसी को आवाज उठानी होगी. तृणमूल ऐसा करेगी. हम उन सभी दिक्कतों का सामना करेंगे जो हमारे विरोध के कारण हमारे सामने आ सकती हैं. इससे पहले उन्होंने एक ट्वीट कर कहा कि प्रतिबंधों को हटाया जाना चाहिए.
नोटबंदी के कारण लाखों लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा कि तृणमूल कांग्रेस मोदी बाबू के शर्मनाक फ्लॉप-शो नोटबंदी के खिलाफ देशव्यापी विरोध प्रदर्शन का आयोजन कर रही है. मुख्यमंत्री ने दावा किया कि नोटबंदी का विरोध करने पर उनकी पार्टी के नेताओं को परेशान किया जा रहा है. उन्हाेंने रोजवैली चिटफंड घोटाले के संबंध में तृणमूल सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय और तापस पाल की सीबीआइ द्वारा गिरफ्तारी के संदर्भ में कहा कि सीबीआइ को कांसप्रेसी ब्यूरो ऑफ इंडिया बना दिया गया है. हम इसकी परवाह नहीं करते हैं. अगर मोदी बाबू चाहें तो हम सब को जेल में डाल सकते हैं लेकिन हम जनता के हित में बात करना बंद नहीं करेंगे.