कोलकाता: महानगर के सरकारी अस्पतालों में सीधे मरीजों के पास जाकर काफी सस्ती कीमत पर मेडिकल यंत्र दिलाने का लालच देकर उनसे रुपये ठगने वाले गिरोह के मुख्य शातिर सदस्य को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
आरोपी का नाम शुभाशीष चक्रवर्ती (58) बताया गया है. वह एसके मुखर्जी और एमके आचार्य के नाम पर लोगों को ठगता था. आरजी कर अस्पताल में इसी ठगी का शिकार होकर प्रसून जोद्दार नामक एक मरीज के परिजन ने गत 24 अक्तूबर को इस गिरोह के खिलाफ 25 हजार रुपये ठगी की शिकायत दर्ज करायी थी. काफी निगरानी के बाद इसे गिरफ्तार किया गया.
कैसे करता था ठगी
संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) पल्लव कांति घोष ने बताया कि गिरफ्तार शुभाशीष महानगर के सरकारी अस्पताल में सीधे दिल के मरीजों के पास जाता था. सस्ती कीमतों में प्रेस मेकर व अन्य उपकरण दिलाने के नाम पर यह गिरोह मरीज के परिजनों से रुपये ऐंठा करता था. रुपये लेने के बाद महानगर के अन्य डॉक्टरों का नंबर देकर पीड़ित लोगों को उनसे संपर्क कर यंत्र की डिलीवरी लेने को कहता था.
जब डाक्टरों से यंत्र लेने के लिए परिजन संपर्क करते थे, तब उन्हें ठगे जाने की भनक लगती थी. गिरफ्तार आरोपी के पास से पुलिस को दो पुलिस अधिकारियों के पहचान पत्र मिले है. जिसमें एक कस्टम विभाग व एक कोलकाता पुलिस का सब इंस्पेक्टर का पहचान पत्र है. इसमें उसने खुद को एसके मुखर्जी और एमके आचार्य बताया है. आरोपी को शुक्रवार को अदालत में पेश करने पर उसे 24 फरवरी तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया. इस गिरोह में उसके साथ एक और आरोपी शामिल है. उसकी तलाश जारी है.