कोलकाता: अपूर्व प्राकृतिक छटा, आकर्षक मनोरम स्थल व घूमने के एक से बढ़ कर एक दार्शनिक स्थलों से भरपूर महाराष्ट्र अब पूर्वी भारत के अधिक लोगों को आकर्षित करने की कोशिश कर रहा है. पूर्वी भारत में मुख्यत: बंगाल से ज्यादा से ज्यादा पर्यटक महाराष्ट्र की सैर कर वहां की प्राकृतिक छटा का आनंद ले सके. इसके लिए महाराष्ट्र टूरिज्म विभाग ने भी प्रयास शुरू कर दिये है. महानगर में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन के जरिये महाराष्ट्र टूरिज्म के प्रबंध निदेशक डॉ. जगदीश पाटिल ने राज्य के लोगों को महाराष्ट्र आने का न्योता दिया.
उन्होंने कहा कि 12 ज्योतिर्लिग में से पांच के दर्शन महाराष्ट्र में ही हो जायेंगे. इसके अलावा यहां एक से बढ़ कर एक सी बीच भी मौजूद हैं, जिसमें जहाज की सैर करने के अलावा स्कूवा डाइविंग का आनंद भी लोग ले सकेंगे. पूरे देश में सिर्फ यहीं आकर लोग अंडर वाटर की सैर का आनंद भी ले सकेंगे.
यहां आने वाले पर्यटक महाराष्ट्र वेबसाइट के जरिए वहां की सभी दार्शनिक स्थल से लेकर मनोरंजन स्थल की विस्तृत जानकारी ले सकेंगे. मौके पर महाराष्ट्र टूरिज्म विभाग की तरफ से महानगर के टूर ऑपरेटरों को लेकर एक बैठक भी की गयी.