नवान्न सूत्रों के अनुसार, अस्पतालों व नर्सिंग हाेम से नवजात शिशुआें की तस्करी रोकने के लिए सरकार अब स्वयंसेवी संस्थाआें (एनजीआे) की नियमित निगरानी करेगी. उनकी गतिविधियों पर नजर रखने का फैसला लिया गया है. इसके साथ ही प्राइवेट नर्सिंग होम के कामकाज पर भी नजर रखने की हिदायत की गयी है. स्वास्थ्य विभाग को नर्सिंग होम पर अौचक धावा मारने का निर्देश दिया गया है.
मुख्यमंत्री ने बैठक में स्पष्ट कर दिया कि शिशु तस्करी को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. यह बेहद घिनौनी हरकत है. इस प्रकार की घटना को अंजाम देने वाले दोषियों की सजा सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव प्रयास किया जायेगा. गौरतलब है कि हाल ही में प्रकाश में आये शिशु तस्करी के इस मामले में अब तक राज्य के विभिन्न इलाकों से कई डॉक्टर, नर्सिंग होम के मालिक, नर्सिंग होम में काम करनेवाली आया इत्यादि की गिरफ्तारी हो चुकी है. प्राप्त जानकारी के अनुसार काफी बच्चे विदेशों तक में बेचे गये हैं.