कोलकाता/हल्दिया. आगामी 19 नवंबर को तमलुक लोकसभा केंद्र पर उपचुनाव होनेवाले हैं. ठीक इसके पहले यानी प्रचार के अंतिम दिन गुरुवार को हल्दिया के रानीचक में माकपा की रैली पर हमले का आरोप तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लगा है. इस दौरान माकपा के राज्य सचिव डॉ सूर्यकांत मिश्रा, रॉबिन देव समेत वामपंथी नेताओं व कुछ संवाददाता को भी हमले का शिकार होना पड़ा.
इस घटना के बाद महानगर समेत पूरे राज्यभर में माकपा व अन्य वामपंथी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया. शाम करीब 5.30 बजे महानगर के धर्मतल्ला में माकपा कार्यकर्ताओं ने पथावरोध व विरोध प्रदर्शन किया जिसके कारण यातायात व्यवस्था प्रभावित हुई.
पथावरोध के दौरान पुलिस और माकपा कार्यकर्ताओं के बीच धक्का-मुक्की की घटना भी सामने आयी. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इस दौरान पुलिस ने माकपा व सीटू के वरिष्ठ नेता श्यामल चक्रवर्ती, वाम परिषदीय दल के नेता सुजन चक्रवर्ती, दीपक दासगुप्ता, अनादि साहू, राजदेव ग्वाला समेत कुल 30 को हिरासत में लिया. पुलिस की काफी मशक्कत के बाद स्थिति सामान्य हो पायी. खबर लिखे जाने तक पुलिस की ओर से इस बारे में आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है. उपरोक्त घटना के खिलाफ माकपा का राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन शुक्रवार को भी होगा. माकपा नेताओं का कहना है कि तमलुक लोकसभा केंद्र से वाममोरचा उम्मीदवार मंदिरा पांडा के समर्थन में रैली निकालने की अनुमति के लिए स्थानीय पुलिस थाने में पहले से आवेदन किया गया था.
माकपा की ओर से कदमतल्ला से रैली शुरू की गयी. सूत्रों के अनुसार, पुलिस की ओर से दावा किया गया है कि रैली की अनुमति नहीं होने के कारण इसे आगे बढ़ने नहीं दिया जा सका. इसके बाद माकपा राज्य सचिव डॉ सूर्यकांत मिश्रा और रॉबिन देव भी मौके पर पहुंचे. हल्दिया के एसडीपीओ और एडीशनल एसपी की ओर कहा गया कि एक ही समय में उक्त मार्ग से तृणमूल कांग्रेस की रैली भी गुजरने वाली है.
रैली दूसरे मार्ग से निकाले जाने की बात कहकर माकपा की रैली कदमतल्ला से शुरू की गयी. रानीचक इलाके के निकट तृणमूल कांग्रेस की भी रैली निकाली गयी थी. अचानक स्थिति विषम हो गयी और दोनों पक्षों के समर्थकों के बीच धक्का-मुक्की होने लगी. माकपा नेतृत्व ने आरोप लगाया कि डॉ सूर्यकांत मिश्र और रॉबिन देव समेत अन्य नेताओं व कार्यकर्ताओं पर हमला किया गया. माकपा के जिला सचिव निरंजन सिही ने आरोप लगाया कि पुलिस की मौजूदगी में तृणमूल कार्यकर्ताओं ने माकपा राज्य सचिव को निशाना बनाया और उनके कपड़े फाड़ दिये.. वहीं अन्य कार्यकर्ताओं पर लाठियां बरसायीं. हालांकि तृणमूल कांग्रेस ने आरोपों को बेबुनियाद बताया है.
माकपा सचिव पर हमला निंदनीय : विमान
हल्दिया के रानीचक में माकपा की रैली के दौरान पार्टी के प्रदेश सचिव डॉ सूर्यकांत मिश्रा समेत अन्य नेताओं और संवाददाताओं पर हुआ हमला निंदनीय है. राज्य में लोकतंत्र पर लगातार हमला हो रहा है. ऐसी घटनाओं के खिलाफ पुलिस को ठोस कदम उठाने की जरूरत है. लेकिन मौजूदा समय में स्थिति विपरीत बनी हुई है. हमला तृणमूल कार्यकर्ताओं ने किया. ये बातें गुरुवार को वाममोरचा चेयरमैन विमान बसु ने कही. बता दें कि नोटबंदी के खिलाफ आंदोलन में एकजुट होने के मुद्दे पर माकपा महासचिव सीताराम येचुरी को मुख्यमंत्री सह तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने फोन किया था. इसके बाद हल्दिया में रैली के दौरान माकपा नेताओं पर हमला का आरोप तृणमूल कांग्रेस पर लग रहा है. इस पर श्री बसु ने कहा कि तृणमूल की कथनी और करनी में फर्क होता है. तृणमूल की कोई नीति नहीं है.
वामो ने की निष्पक्ष उपचुुनाव कराने की मांग
वाममोरचा राज्य कमेटी ने चुनाव आयोग से निष्पक्ष तरीके से उपचुनाव कराने की मांग की है. तमलुक लोकसभा सीट की उम्मीदवार मंदिरा पांडा के चुनाव एजेंट की ओर से मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र प्रेषित किया है. यह जानकारी वाममोरचा चेयरमैन विमान बसु ने गुरुवार को एक संवाददाता सम्मेलन में दी. उन्होंने आरोप लगाया कि कूचबिहार, तमलुक लोकसभा सीट व मंतेश्वर विधानसभा सीट अधीन इलाकों में अराजकता फैलाने की कोशिश जारी है. पासवर्ती इलाकों से अपराधियों का जमावड़ा हो रहा है. इससे चुनाव प्रभावित हो सकता है. वाममोरचा ने कूचबिहार, तमलुक लोकसभा सीट व मंतेश्वर विधानसभा सीट के सीमावर्ती इलााकों को सील करने और वहां केंद्रीय सुरक्षा बल के रूट मार्च की व्यवस्था कराने की मांग की है. श्री बसु ने मुख्य चुनाव अधिकारी की भूमिका पर सवाल उठाया है. आरोप के अनुसार चुनाव प्रचार के अंतिम दिन भी इलाकों में रूट मार्च नहीं कराये गये. इस बारे में भी मुख्य चुनाव आयुक्त को जल्द अवगत कराने की बात वाममोरचा ने कही है.