प्रमुख वक्ता सीताराम शर्मा ने कहा कि सम्मेलन के कार्यक्रम मुख्य दो विषयों पर केंद्रित हैं, ‘अपनी खूबियों को बचा कर रखें अौर खामियों को दूर करें.’ एक समय था, जब हमारे समाज के लोगों का नाम देश के शीर्ष उद्योगपतियों में अाता था, अाज वह स्थिति नहीं रही. यह शोचनीय विषय है. उन्होंने कहा कि हमें बंगाली समाज पर गर्व है, क्योंकि वह अपने समाज के लोगों को मान-सम्मान देकर हीरो बनाता है, रवींद्रनाथ टैगोर से लेकर सौरभ गांगुली तक इसके उदाहरण हैं, वहीं हमारे समाज में स्थिति इसके विपरीत है. इस मानसिकता को बदलने की जरूरत है.
विशिष्ट अतिथि सांसद विवेक गुप्त ने कहा कि अाज समाज को संगठित व एकत्रित होने की जरूरत है. बंगाल की मिट्टी पर हमारा भी उतना ही हक है, जितना दूसरों का है. जरूरत सिर्फ इस बात की है कि हम तकलीफों से न डरें तथा आगे आकर अन्याय का प्रतिवाद करें. अध्यक्षता करते हुए सम्मेलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रह्लादराय अग्रवाला ने कहा कि प्रीति मिलन का मुख्य उद्देश्य वैमनस्यता भुला कर अापसी मेलजोल बढ़ाना है. सामाजिक कुरीतियों से बाहर निकलना भी अंधकार से प्रकाश की अोर जाना है. उन्होंने कहा कि संगठन की शक्ति को बढ़ाने के लिए समाज की संस्थाअों तथा लोगों को सम्मेलन से जुड़ना चाहिए, ताकि हमारी एक सशक्त अावाज बने.
इसके पूर्व गणेश वंदना व स्वागत गीत से कार्यक्रम की शुरुआत हुई. श्री बांगड़ ने गणेशजी की मूर्ति पर माल्यार्पण किया. निवर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष रामअवतार पोद्दार, राष्ट्रीय संगठन मंत्री संजय हरलालका, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष कैलाशपति तोदी एवं राष्ट्रीय संयुक्त मंत्री दिनेश जैन ने अतिथियों को पगड़ी पहना कर व पुष्पगुच्छ प्रदान कर स्वागत किया. संचालन राष्ट्रीय महामंत्री शिव कुमार लोहिया तथा धन्यवाद ज्ञापन पश्चिम बंग प्रदेश के अध्यक्ष विजय डोकानिया ने किया. खचाखच भरे हुए हॉल में महानगर के शीर्ष लोगों में जुगलकिशोर सराफ, हरिप्रसाद बुधिया, संजय बुधिया, रवि पोद्दार, कृष्ण कुमार सिंघानिया, भगवती प्रसाद जालान, भानीराम सुरेका, दामोदर प्रसाद विदावतका, सत्यनारायण अग्रवाल, घनश्याम शोभासरिया, कुंजबिहारी अग्रवाल, देवकुमार सराफ, सत्यनारायण खेतान, दीनदयाल गुप्ता, गोपाल अग्रवाल, विजय गुजरवासिया, अारअार अग्रवाल, नंदकिशोर अग्रवाल, सुदेश अग्रवाल, नंदलाल सिंघानिया सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे.