शनिवार सुबह से ही कालीघाट, दक्षिणेश्वर, ठनठनिया कालीबाड़ी, फिरंगी कालीबाड़ी में श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गयी. इसके अलावा तारापीठ में भी बड़ी तादाद में श्रद्धालु जुटे. इसके अलावा विभिन्न जिलों में स्थित काली मंदिरों में भी भक्तों का हुजूम देखा गया. दुर्गा पूजा की भांति ही सुबह से ही लोगों को मंडपों में रखी गयी देवी काली की प्रतिमा का दर्शन करते देखा गया.
इधर दिवाली से एक दिन पहले लोगों ने दिवाली की खरीदारी को अंतिम रूप दिया. चाहे वह मिठाइयों की खरीदारी हो या फिर रंगबिरंगे झालरों व बल्ब की. खुदरा बाजार से लेकर मॉल, सर्वत्र ही काफी भीड़ थी. ढाकुरिया तरूण महल के काली पूजा को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं. इस पूजा का उदघाटन विख्यात साहित्यकार शिरशेंदु मुखर्जी ने किया था. ढाकुरिया तरूण महल की काली पूजा का यह 72 वां वर्ष है. ढाकुरिया तरूण महल की 40 फीट की मां काली की प्रतिमा लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. शहर भर से लोग इसे देखने के लिए भीड़ लगा रहे हैं.