बम व गोलियों से किया एक -दूसरे पर हमला, पथराव में एसआइ घायल
मालदा : कालियाचक थाने के नौदा यदुपुर ग्राम पंचायत क्षेत्र में इलाका दखल को लेकर रविवार सुबह तृणमूल कांग्रेस के दो गुटों में जमकर संघर्ष हुआ. दोनों तरफ से बम फेंके गये और गोलीबारी की गयी. सुबह आठ बजे से एक घंटे तक हुई भिड़ंत से 34 नंबर राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों की आवाजाही बंद हो गयी. पुलिस के घटनास्थल पर पहुंचने के बाद आक्रोशित जनता ने पुलिस पर पथराव किया. पुलिस की जीप में भी तोड़फोड़ की गयी. पथराव में कालियाचक थाने के एक एसआइ राम साहा व एक अन्य पुलिस कर्मचारी घायल हो गया.
बाद में आक्रोशित जनता को शांत करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. इसके बाद भी स्थिति नियंत्रित नहीं होने पर पुलिस ने हवा में फायरिंग की. दूसरी ओर जिला तृणमूल अध्यक्ष व समाज कल्याण विभाग की मंत्री सावित्री मित्र ने पुलिस पर बेरहमी से लाठीचार्ज व पार्टी कार्यालय में तोड़फोड़ का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि पुलिस ने हमलावरों के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाकर उल्टा तृणमूल के पार्टी कार्यालय में तोड़फोड़ कर तृणमूल कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है, जबकि तृणमूल ने ही पुलिस को घटना के बारे में सूचित किया था. पुलिस की मार से तृणमूल के पांच कार्यकर्ता जख्मी हो गये हैं. इनमें चार को मालदा मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में भरती कराया गया है. रविवार दोपहर डेढ़ बजे के आसपास मंत्री सावित्री मित्र उनसे मिलने अस्पताल पहुंची.
उन्होंने कहा कि जाकिर शेख अपने साथियों को लेकर तृणमूल कार्यकर्ताओं पर हमला किया. जाकिर शेख पहले तृणमूल में था, अब कांग्रेस में चला गया है. बताया जाता है कि सुबह आठ बजे के आसपास यदुपुर ग्राम पंचायत में तृणमूल कांग्रेस सदस्य जाकिर शेख (42) अपने साथियों के साथ भागलपुर मोड़ पर एक चाय की दुकान में चाय पी रहा था. उसी दौरान नौदा यदुपुर ग्राम पंचायत के तृणमूल अध्यक्ष बकुल शेख व उसके साथ बम व गोलियों से उस पर हमला किया. जाकिर शेख ने किसी तरह भाग कर स्थानीय एक घर में शरण ली.
जाकिर शेख का कहना है कि छह महीने पहले उसके बेटे इस्माइल शेख (25) की हत्या की गयी थी. बकुल शेख हत्या का मुख्य अभियुक्त है. पुलिस ने आजतक उसे गिरफ्तार नहीं किया. कालियाचक में जितने भी विवाद हो रहे हैं, इन सबके पीछे बकुल शेख का हाथ है. उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जानकारी राज्य व जिला नेतृत्व को दी गयी है. दूसरी ओर बकुल शेख का कहना है शनिवार को काशीमनगर गांव में उनके दल के तीन सदस्य हाबीब शेख, नासिम शेख व नुरुल शेख को गांव छोड़ने के लिए जाकिर शेख के साथियों ने धमकी दी थी.
जाकिर शेख पूरे इलाके में आतंक राज चला रहा है. आज सुबह हमारे समर्थकों के काशिमनगर में जाने पर उनपर हमला किया गया. उनके खिलाफ झूठे आरोप लगाये जा रहे हैं. अगर ऐसा ही चलता रहा तो तृणमूल छोड़नी होगी. दूसरी ओर संघर्ष के कारण आज इलाके में तनाव का माहौल बना रहा. इलाके की सभी दुकानें बंद हो गयीं.
इलाके के लोग आतंकित हैं. दो घंटे तक 34 नंबर राष्ट्रीय राजमार्ग बंद रहा. स्थानीय ग्रामीणों का कहना है स्थिति से निपटने के लिए पुलिस ने कम से कम 25 से 30 राउंड हवा में गोलियां चलायीं. घटनास्थल पर मालदा पुलिस के डीएसपी निर्मल सिंह देव उपस्थित थे. उन्होंने कहा कि पुलिस पर जिस तरह से हमला किया गया, गोली व लाठीचार्ज के अलावा और कोई चारा नहीं था. पार्टी ऑफिस में तोड़फोड़ व तृणमूल कार्यकर्ताओं को पीटने के मामले में पुलिस का हाथ नहीं है. पुलिस ने इस मामले में किसी को गिरफ्तार नहीं किया है.