कोलकाता : नरेन्द्र मोदी ने पश्चिम बंगाल में अपनी पहली चुनावी रैली को आज संबोधित करते हुए वाम दलों और तीसरे मोर्चे की आलोचना करते हुए कहा कि ये भारत को तीसरे दर्जे का देश बना देंगे. एक विशाल रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने तृणमूल कांग्रेस और इसकी नेता ममता बनर्जी के खिलाफ थोड़ा नरम रुख अपनाया. जाहिर तौर पर चुनाव के बाद उन्हें रिझाने की कोशिश के तहत मोदी ने ऐसा किया. लेकिन ममता पर नरम रहे मोदी पर टीएमसी ने जोरदार हमला किया. टीएमसी ने कहा कि दंगों का हीरो ममता बनर्जी के परिवर्तन को नहीं समझ सकता.
मोदी ने बंगाल के लोगों के साथ भावनात्मक संबंध बनाने की कोशिश करते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस ने प्रणब मुखर्जी को 2004 में प्रधानमंत्री नहीं बनने दिया जबकि वह इस पद के हकदार थे.मोदी ने वाम और उसके सहयोगी दलों की कटु आलोचना करते हुए कहा कि इन पार्टियों ने देश के पूर्वी क्षेत्र को अपने शासन से तहस नहस कर दिया है जबकि पश्चिम भारत ने तरक्की की क्योंकि इन पार्टियों ने इस क्षेत्र में कभी शासन नहीं किया. उन्होंने अपने भाषण में कहा, ‘‘ये लोग :वाम और इसके सहयोगी: मुसलमानों को गुमराह कर धर्मनिरपेक्षता के नाम पर वोट बैंक की राजनीति करते हैं. इन लोगों ने पूर्वी क्षेत्र को तहस नहस कर दिया है. आपको इन लोगों को भारतीय राजनीति से सदा के लिए हटा देना चाहिए.’’ मोदी अपने भाषण में बीच-बीच में बांग्ला में कुछ पंक्तियां बोल रहे थे.
भाषण के शुरु में भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार ने ममता के प्रति थोड़ा सख्त रुख अपनाते हुए लोगों से पूछा कि क्या ‘पोरिबर्तन’ हो हुआ है और क्या उन्हें लगता है कि चीजें बदल गई हैं. ‘‘लोग अभी तक इसका इंतजार कर रहे हैं.’’ हालांकि बाद में उन्होंने थोड़ा नरम रुख अपनाते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव के बाद आपके पास ममता के नेतृत्व में एक निर्वाचित सरकार है. उन्होंने कहा कि लोग सभी 42 लोकसभा सीटों पर भाजपा के उम्मीदवारों को चुनकर प्रयोग कर सकते हैं. तृणमूल को राज्य में और भाजपा को केंद्र में शासन करने दीजिए.
मोदी ने कहा, ‘‘बंगाल ने हमेशा देश को रास्ता दिखाया है. आप सभी लोकसभा सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों को चुनिए. तृणमूल यहां अपना काम करेगी. आप उन्हें राज्य में काम के लिए जवाबदेह ठहराइए और मुझे देश में काम के लिए. मुकाबला होने दीजिए. पश्चिम बंगाल सरकार अकेले राज्य की किस्मत नहीं बदल सकती. आपको दिल्ली की मदद की जरुरत पड़ेगी.’’ उन्होंने कहा कि केंद्र में मेरे साथ, राज्य में ममता बनर्जी के साथ यह आपके लिए बहुत बढ़िया स्थिति होगी और प्रणब दा को निगरानी करने दीजिए.