पुलिस ने बताया कि सॉल्टलेक सेक्टर पांच स्थित एक आइटी संस्था के अधिकारी अनुरूप सिन्हा बुधवार तड़के पांच बजे काम खत्म कर घर लौट रहे थे, तभी एक अन्य गाड़ी से कुछ युवकों ने आकर उन्हें घेर लिया. उन्होंने उन्हें जबरन दूसरी गाड़ी में चढ़ा लिया. इसके बाद उन्होंने उसके मित्र शुभम सरकार को फोन कर रिहाई के लिए दो लाख रुपये फिरौती के तौर पर देने के लिए कहा. उसके मित्र ने 100 डायल कर घटना की जानकारी विधाननगर पुलिस को दी.
पुलिस ने फोन नंबर के लोकेशन का पता लगा कर अपहरणकर्ताओं को बागुईहाटी के मस्जिदपाड़ा इलाके से गिरफ्तार किया. पुलिस ने अनुरूप को मुक्त कराया. मामले में गिरफ्तार आरोपियों के नाम प्रतीक जैन, विकास सिंह, अरमान कौशल, गगनदीप सिंह, अविनाश जयसवाल, रवि आरोड़ा, राजेश यादव और अजय धरा शामिल बताये गये हैं. इन सभी को बुधवार को बारासात कोर्ट में पेश किया गया. आइटी संस्था के मालिक अनुरूप सिन्हा का अपहरण कर उनके रिहाई के लिए दो लाख की फिरौती मांगने के मामले के मुख्य आरोपी प्रतीक जैन को कोर्ट ने सात दिन के पुलिस हिरासत, जबकि उसके सात अन्य सहयोगियों को सात दिन के लिए जेल हिरासत में रखने का निर्देश दिया.
दूसरी ओर पुलिस ने अपहरण की घटना से इनकार किया है. पुलिस ने घटना के पीछे रुपये के लेन-देन की संभावना जतायी है. एक सूत्र के मुताबिक, अनुरूप सिन्हा ने घटना के मुख्य आरोपी प्रतीक जैन और उसके साथियों से दो लाख रुपये उधार लिया था, जिसे वे लौटा नहीं रहे थे. अनुरूप से अपने बकाया रुपये की वसूली करने के लिए प्रतीक और उसके सहयोगियों ने उसे पकड़ कर रखा था. बागुईहाटी थाने की पुलिस प्रतीक जैन से पूछताछ कर रही है.