कॉलेज व यूनिवर्सिटी में एंटी रैगिंग कमेटी, एंटी रैगिंग स्क्वायड, एंटी रैगिंग सेल आदि गठित करने के साथ एंटी रैगिंग वर्कशॉप आयोजित करने का निर्देश दिया गया है. साथ ही संस्थानों के मुख्य प्वाइंट पर सीसीटीवी कैमरा लगाने व संस्थान की वेबसाइट अपडेट कर उस पर यह गाइडलाइन जारी करने के लिए भी कहा गया है. इस विषय में कलकत्ता यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ प्रो. आशुतोष घोष ने जानकारी दी कि प्रशासन यूनिवर्सिटी कैंपस व हॉस्टल में आैर भी सीसीटीवी कैमरे लगायेगा.
यह व्यवस्था पहले से ही है इसका आैर विस्तार किया जायेगा, ताकि रैगिंग की किसी भी घटना को रोका जा सके. होस्टल का विशेष निरीक्षण भी किया जा रहा है. कैंपस में एंटी रैगिंग पोस्टर लगाये जाने पर भी ध्यान दिया जा रहा है ताकि आते-जाते छात्र उसको पढ़ें आैर सावधान रहें. यूजीसी की ओर से हॉस्टलों का आैचक निरीक्षण करने के लिए भी कहा गया है, ताकि रैगिंग की घटना रुक सके.
इसके अलावा कैंटीन, रिक्रीएशनल रूम, टॉयलेट्स, छात्रों के रूम का भी निरीक्षण बारीकी से करने की हिदायत के बाद कॉलेज व यूनिवर्सिटी प्रशासन काफी सचेत हो गया है. दाखिले के दाैरान विवरणिका (प्रोस्पेक्टस) व बुकलेट में भी एंटी रैगिंग चेतावनी देने का निर्देश यूजीसी ने दिया है. कैंपस के मुख्य स्थानों जैसे एडमिशन सेंटर, लाइब्रेरी व होस्टल में पोस्टर लगाने का आदेश दिया गया है. यूजीसी की गाइडलाइन न मानने पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी.