उन्होंने कहा कि दक्षिण एशिया के सबसे बड़े भू बंदरगाह का उदघाटन भारत और बांग्लादेश के संबंधों में बहुत महत्वपूर्ण आयाम है. प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और बांग्लादेश न सिर्फ विकास के पथ पर आगे बढ़े हैं, बल्कि साथ मिलकर चल रहे हैं. पेट्रापोल-बेनापोल भारत और बांग्लादेश के बीच व्यापार के लिए महत्वपूर्ण सीमा क्रॉसिंग है, जहां से 50 फीसदी से अधिक द्विपक्षीय व्यापार होता है. पेट्रापोल आइसीपी से सुरक्षा, आव्रजन और सीमा शुल्क जैसे कामों को प्रभावी ढंग से किया जा सकेगा. श्री मोदी ने कहा कि इस सीमा चौकी से हर साल 15 लाख लोग और डेढ़ लाख ट्रक गुजरते हैं. बांग्लादेश में हुए हालिया हमलों में लोगों के मारे जाने को लेकर श्री मोदी ने शेख हसीना से संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में आप खुद को अकेला न समझें. भारत का पूरा समर्थन आपके साथ है. श्री मोदी ने कहा कि यह मेरे और मेरे देश के लोगों के लिए दुख का विषय है कि ढाका और किशोरगंज में दो आतंकी हमले पवित्र रमजान महीने के दौरान हुए.
यह दुखद क्षण है जब मंदिरों एवं उनके पुजारियों तथा नागरिकों को अमानवीय उत्पीड़न का शिकार होना पड़ा. प्रधानमंत्री ने इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को धन्यवाद दिया और भारत-बांग्लादेश संबंधों को सुधारने में उनकी भूमिका की सराहना की. बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने आईसीपी को दोनों देशों के बीच व्यापार विकसित करने में महत्वपूर्ण कदम करार दिया.
भारत और बांग्लादेश के बीच बस एवंं रेल सेवाओं के पहले से ही संचालित होने का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि हम पड़ोसी हैं और हमारा संबंध अच्छा बना रहेगा. इस नयी आईसीपी की स्थापना के साथ हमारा व्यापार और वाणिज्य फलता-फुलता रहेगा. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच किसी भी समस्या का समाधान बातचीत के जरिये किया जायेगा. शेख हसीना ने 1971 के मुक्ति संग्राम में भारत की भूमिका को भी रेखांकित किया.