इस जांच अभियान में पूलकार के कागजात की स्थिति देखकर पुलिस कर्मी चौंक पड़े. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, जांच के दौरान कई पूलकार की स्थिति, उसके टायरों की हालत, गाड़ी के कागजात की जांच की गयी. इस जांच में पुलिस के साथ पब्लिक व्हीकल डिपार्टमेंट की टीम भी मौजूद थी. श्यामबाजार ट्रैफिक गार्ड के पुलिस कर्मियों का कहना है कि उत्तर कोलकाता के सेवेन टैंक के पास उन्होंने जांच अभियान चलाया. इस दौरान कुल 22 गाड़ियां उन्होंने जब्त की है. किसी भी गाड़ी में परिवहन विभाग के नियमों को माना नहीं गया था. वहीं बाकी जगहों में जांच अभियान चलाकर कुल 50 से ज्यादा पूलकार ट्रैफिक विभाग की तरफ से जब्त किया गया. पुलिस के इस अभियान के कारण मंगलवार को कुछ स्कूलों में बच्चे नहीं पहुंच सके.
जिन पूलकारों को पुलिस ने जब्त किया था, उनमें से कुछ बच्चे स्कूल अन्य रास्तों से पहुंचे, जबकि कुछ वहां से घर चले गये. इस मामले में राज्य के परिवहन मंत्री शुभेंदु अधिकारी ने बताया कि महानगर में परिवहन विभाग के नियमों की अनदेखी कर व बिना कागजात पूलकार चलाना बरदाश्त नहीं किया जायेगा. सभी पूलकार के अंदर फर्स्ट एड बॉक्स व सीट बेल्ट अनिवार्य है. कैब लाइसेंस के बिना पूलकार को चलाना अवैध माना जायेगा. अगर पुलकार संगठन की तरफ से किसी तरह के हड़ताल का रास्ता अपनाया जाता है, तो सरकार इसके खिलाफ सख्ती से निबटेगी. कोलकाता पुलिस के साथ मिलकर अक्सर अब यह अभियान चलाया जायेगा.