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एकीकृत सुरक्षा प्रणाली से हावड़ा व सियालदह की निगरानी

कोलकाता : देश में बढ़ रही आतंकी गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए इन दिनों पूर्व और दक्षिण पूर्व रेलवे के साथ-साथ कोलकाता मेट्रो रेलवे में भी इंटीग्रेटेड सेक्यूरिटी सिस्टम पर विशेष रूप से कार्य हो रहा है. शुक्रवार को पूर्व रेलवे मुख्यालय फेयरली प्लेस में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में पूर्व रेलवे के आइजी सह […]

कोलकाता : देश में बढ़ रही आतंकी गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए इन दिनों पूर्व और दक्षिण पूर्व रेलवे के साथ-साथ कोलकाता मेट्रो रेलवे में भी इंटीग्रेटेड सेक्यूरिटी सिस्टम पर विशेष रूप से कार्य हो रहा है.
शुक्रवार को पूर्व रेलवे मुख्यालय फेयरली प्लेस में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में पूर्व रेलवे के आइजी सह मुख्य सुरक्षा आयुक्त विनोद ढाका और दक्षिण पूर्व रेलवे के आइजी सह मुख्य सुरक्षा आयुक्त एसके सिन्हा ने यह जानकारी दी. इस दौरान पूर्व रेलवे के आइजी सह मुख्य सुरक्षा आयुक्त विनोद ढाका ने बताया कि वर्तमान में हावड़ा स्टेशन पर 24 सीसीटीवी कैमरों और सियालदह स्टेशन पर 39 सीसीटीवी कैमरों से निगरानी हो रही है.
श्री सिन्हा ने बताया जिस तरह देश में आतंकी गतिविधियां बढ़ी हैं, उससे अब पूर्व रेलवे के 11 अतिसंवेदनशील स्टेशनों पर इंटीग्रेटेड सेक्यूरिटी सिस्टम से निगरानी की योजना है. इसके लिए हावड़ा, सियालदह, बालीगंज, विधाननगर, माझेरहाट, बर्दवान, मालदा, दमदम, कोलकाता, दुर्गापुर और आसनसोल रेलवे स्टेशन को चिन्हित किया गया है. एकीकृत सुरक्षा प्रणाली के तहत हावड़ा में 224, सियालदह में 250, विधाननगर में 35, कोलकाता में 45, बर्दवान में 80, दुर्गापुर में 86 और आसनसोल में 110 इंटीग्रेटेड सिक्यूरिटी सिस्टमवाले कैमरे लगाने का काम चल रहा है.
आइजी सह मुख्य सुरक्षा आयुक्त एसके सिन्हा ने बताया कि दक्षिण पूर्व रेलवे एक संवेदनशील जोन माना जाता रहा है. इसमें हमेशा सुरक्षा चाक चौबंद रहती है. वर्तमान में दक्षिण पूर्व रेलवे के कुल 11 स्टेशनों खड़गपुर, मेदिनीपुर, आद्रा, पुरुलिया, बोकारो, झारमुंडी, राउरकेला, टाटानगर, रांची, चक्रधरपुर और मुरी स्टेशनों पर इंटीग्रेटेड सिक्यूरिटी सिस्टम से निगरानी हो रही है.
इस सिस्टम से उक्त सभी सभी स्टेशनों के प्लेटफॉर्म, वेटिंग एरिया, वेटिंग हॉल, रिटायरिंग रूम, डारमेट्री, पीआरएस काउंटर व अन्य स्थानों पर 24 घंटे निगरानी हो रही है. उन्होंने बताया कि अपराधियों, रेलवे संपत्ति, यात्री सुरक्षा और रेलवे स्टेशन पर हो रही गतिविधियों पर नजर रखने के लिए क्लोज सर्किट कैमरे काफी कारगर हैं. इन कैमरों को रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट के द्वारा कंट्रोल किया जाता है.
गौरतलब है कि भारतीय रेलवे में कुल 202 रेलवे स्टेशनों को अतिसंवेदनशील चिन्हित किया गया है, जिनमें से बंगाल के कुल 32 स्टेशन हैं.
पूर्व व दक्षिण पूर्व रेलवे के मुख्य सुरक्षा आयुक्त ने आरपीएफ द्वारा किये जा रहे कार्यों की जानकारी देते हुए कहा कि इन दिनों दोनों जोन में रेलवे सुरक्षा बल के अधिकारियों और सिपाहियों को सॉफ्ट स्कील का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है.
मौके पर दक्षिण पूर्व रेलवे के डीआइजी सह उप मुख्य सुरक्षा आयुक्त अंजनी कुमार सिन्हा, पूर्व रेलवे के डीआइजी सह उप मुख्य सुरक्षा आयुक्त सुरेश सैनी, पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी रवि महापात्रा, वरिष्ठ सुरक्षा आयुक्त (हावड़ा) सौरभ त्रिवेदी, वरिष्ठ सुरक्षा आयुक्त (हावड़ा-2) अमरेश कुमार, वरिष्ठ सुरक्षा आयुक्त (सियालदह) आशीष कुमार, वरिष्ठ सुरक्षा आयुक्त (आसनसोल मंडल) पीके गुप्ता व कोलकाता मेट्रो रेलवे के सुरक्षा आयुक्त रामराजा मीणा उपस्थित थे.

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