हावड़ा:शहर में हो रही सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए हावड़ा सिटी पुलिस का ट्रैफिक विभाग निश्चित रूप से तत्पर है. दुर्घटना के बाद घायलाें को फौरन अस्पताल पहुंचाया जाये, इसके लिए भी सिटी पुलिस ने महत्वपूर्ण कदम उठाये हैं. सिटी पुलिस ने पांच ट्राॅमा केयर एंबुलेंस सड़क पर उतारा है. ये एंबुलेंस शहर के पांच महत्वपूर्ण प्वायंटों पर तैनात रहेंगे.
दुर्घटना के बाद 80173-11111 नंबर पर फोन करने पर एंबुलेंस संबंधित जगह पर पहुंच जायेगा. इस नंबर पर मिस कॉल करनेवाल के मोबाइल पर पुलिस कंट्रोल रूम से फोन कर घटनास्थल की जानकारी ली जायेगी. ट्रैफिक विभाग का लक्ष्य है कि दुर्घटना की खबर मिलते ही पांच मिनट के अंदर घटनास्थल पर एंबुलेंस के साथ वह पहुंच सके. घटनास्थल से अस्पताल तक घायलों का प्राथमिक इलाज एंबुलेंस के अंदर संभव हो, इसके लिए इस अत्याधुनिक एसी एंबुलेंस में इसीजी, ऑक्सीजन सहित जीवन रक्षक उपकरण रखे गये हैं. सिटी पुलिस ने अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस पांच एंबुलेंस को दो दिनों पहले ही लांच किया है, जो शहर के जगाछा के उन्सानी, बेंटरा के इच्छापुर, शिवपुर के काजीपाड़ा, बाली के माइतिपाड़ा व हावड़ा के रामकेष्टोपुर घाट पर 24 घंटे तैनात रहेंगे. इन पांच जगहों में जगाछा का उन्सानी सबसे अहम प्वाइंट है. इस प्वाइंट के अंतर्गत कोना एक्सप्रेस वे आता है.
उन्सानी अहम प्वाइंट क्यों
नौ किलोमीटर लंबा कोना एक्सप्रेस वे (एनएच 117) एक्सीडेंट प्रोन जोन है. आये दिन यहां सड़क दुर्घटनाएं होती हैं. दो दिनों पहले भी एक बस अनियंत्रित होकर पलट गयी थी. इसमें कई यात्री घायल हुए थे. कोना एक्सप्रेस वे शुरू से ट्रैफिक पुलिस के लिए हमेशा चुनौती रहा है. एंबुलेंस सुविधा के शुरू होने से पुलिस को काफी सहूलियत होगी. एंबुलेंस के लिए अब पुलिस को इंतजार व दूसरे पर निर्भर नहीं करना पड़ेगा. कोना एक्सप्रेस वे पर रोजाना लगभग 10 लाख वाहनों का अावागमन होता है. यहां दुर्घटना के बाद ट्रामा केयर एंबुलेंस बिना देर किये पहुंच सके, इसके लिए एंबुलेंस को सांतरागाछी बस स्टैंड के पास तैनात किया गया है.
लहाल पांच एंबुलेंस को सड़कों पर उतारा गया है. यह एंबुलेंस शहर के पांच जरूरी प्वाइंट पर तैनात किये गये हैं. सिटी पुलिस की कोशिश यहीं है कि दुर्घटना नहीं हो. अगर होती है, तो घायलों को बिना देर किये इलाज मुहैया हो सके. एंबुलेंस में इसीजी, ऑक्सीजन के अलावा कुछ आैर मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध हैं.
सुमित कुमार, डीसी, ट्रैफिक