21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

इस वर्ष 50 मानव रहित रेल क्राॅसिंग को खत्म करने का लक्ष्य : गोयल

कोलकाता. पूर्व रेलवे के आसनसोल मंडल को भारतीय रेलवे में मानव रहित रेल क्रॉसिंग को समाप्त करने वाले पहले मंडल का दर्जा प्राप्त होना एक बड़ी उपलब्धि है. इस उपलब्धि को आगे भी जारी रखने की आ‍वश्यकता है. मानव रहित रेल क्रॉसिंगों को समाप्त करने का कार्य तेजी पर है, इस वर्ष के अंत तक […]

कोलकाता. पूर्व रेलवे के आसनसोल मंडल को भारतीय रेलवे में मानव रहित रेल क्रॉसिंग को समाप्त करने वाले पहले मंडल का दर्जा प्राप्त होना एक बड़ी उपलब्धि है. इस उपलब्धि को आगे भी जारी रखने की आ‍वश्यकता है. मानव रहित रेल क्रॉसिंगों को समाप्त करने का कार्य तेजी पर है, इस वर्ष के अंत तक पूर्व रेलवे अपने और 50 मानव रहित रेल क्रॉसिंगों को समाप्त कर देगा. यह जानकारी पूर्व, दक्षिण पूर्व और मेट्रो रेलवे के महाप्रबंधक आशीष कुमार गोयल ने दी.
गुरुवार को महानगर के एक पांच सितारा होटल में कनफेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (आईसीसी) द्वारा आयोजित एक संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के तौर पर संबोधित करते हुए श्री गोयल ने भारतीय रेलवे द्वारा हाल के दिनों की योजनाओं और रणनीतियों के बारे में विस्तार से चर्चा करते हुए बताया कि रेल मंत्रालय ने रेलवे को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए कई योजनाओं को लागू किया है. जिसमें सबसे महत्वपूर्ण ई-टेंडरिंग और ई-प्रोक्योरमेंट प्रणाली है. इससे रेलवे में पारदर्शिता आयेगी और उद्योगों को भारी लाभ होगा. श्री गोयल ने उद्योग घरानों से आग्रह किया कि वे इसके लिए पहल करें, रेलवे उनका पूरा सहयोग करेगी. श्री गोयल ने कहा कि पोर्ट इलाके रेलवे के प्राथमिकता वाले क्षेत्र होते हैं.

इसी के मद्देनजर प्रस्तावित सागर द्वीप पोर्ट के साथ रेल संपर्क कार्य शुरू किया गया है. कार्यक्रम में मुख्य रूप से अपर महाप्रबंधक पूर्व रेलवे सतीश कुमार, अपर महाप्रबंधक दक्षिण पूर्व रेलवे अनिर्बान दत्ता, सीआइआइ के अध्यक्ष संदीप फुलर और आरएन मूर्ति मौजूद रहे. कार्यक्रम में सीआइआइ के अन्य पदाधिकारियों के साथ पूर्वी, दक्षिण पूर्वी और मेट्रो रेलवे के प्रमुख अधिकारी मौजूद रहे.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें