मंगलवार दोपहर लगभग 12 बजे उषा रानी मिश्र एंटी क्रप्शन ब्रांच पहुंचीं. वहां उनसे दोपहर एक बजे से पूछताछ शुरू हुई. इसके बाद शाम चार बजे वह वहां से निकल गयीं. सूत्र बताते है कि भागीरथी नारी व शिशु कल्याण समिति नाम के एनजीओं में खर्च के लिए रुपये आये व उन्हें खर्च कहां किये गये, उसके कागजात कहां हैं, किन-किन सामान को कहां से लिया गया और उन्हें कहां कैंप लगा कर बांटा गया, इससे संबंधित जरूरी कागजात गायब हैं.
इस पर उषा रानी मिश्र ने बताया कि वर्ष 2011 का मामला होने के कारण उन्हें कुछ सवालों के जवाब याद नहीं हैं, फिर भी वह हर संभव कागजात जमा देकर जांच में मदद करने का प्रयास करेंगी. एसीबी सूत्रों का कहना है कि सभी सवालों के जवाब अब तक उनसे नहीं मिले हैं, लिहाजा फिर से जरूरत पड़ी, तो जांच के लिए उन्हें दोबारा पूछताछ के लिए बुलाया जायेगा.