पर गर्व से अधिक इस बात का दुख है कि इस अभियान के दौरान पर्वतारोही सुभाष पाल की मौत हो गयी, जबकि कोलकाता पुलिस में एएसआइ बैरकपुर निवासी गौतम घोष एवं दुर्गापुर निवासी परेश नाथ लापता हैं. एक आैर बंगाली पर्वतारोही देवाशीष विश्वास के भी लापता होने की सूचना मिली है. श्री विश्वास ने बताया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लापता पर्वतारोहियों की तलाश के लिए हर संभव कदम उठाने का निर्देश दिया है. उनके निर्देश पर खेल विभाग के प्रधान सचिव सईद अहदम बाबा, संयुक्त सचिव मुकेश सिंह एवं राज्य के विख्यात पर्वतारोही गरियाहाट थाना के आेसी उज्जवल राय, मंगलवार को नेपाल रवाना होंगे. लापता पर्वतारोहियों की तलाश के लिए नेपाल सरकार के साथ भी बातचीत की गयी है. उनकी तलाशी में कोई कसर नहीं छोड़ी जायेगी. लापता पर्वतारोहियों के परिजनों को जानकारी उपलब्ध कराने के लिए बीबीडी बाग में एक कंट्रोल रूम खोला गया है. सभी पर्वतारोहियों के घरों से भी संपर्क किया जा रहा है. श्री विश्वास ने बताया कि राहत व बचाव अभियान की निगरानी के लिए राज्य सरकार के दो प्रतिनिधि 21 मई से ही नेपाल में मौजूद हैं.
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नेपाल जायेगा राज्य सरकार का प्रतिनिधि दल
कोलकाता : दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर पांव रखना हर पर्वतारोही का सपना होता है. इस सपने को साकार करने में अब तक हजारों पर्वतारोहियों की जान चुकी है. फिर भी एवरेस्ट के प्रति उनके मोह व उत्साह में कोई कमी नहीं आ रही है. एवरेस्ट के प्रति इसी चाहत को लेकर […]
कोलकाता : दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर पांव रखना हर पर्वतारोही का सपना होता है. इस सपने को साकार करने में अब तक हजारों पर्वतारोहियों की जान चुकी है. फिर भी एवरेस्ट के प्रति उनके मोह व उत्साह में कोई कमी नहीं आ रही है. एवरेस्ट के प्रति इसी चाहत को लेकर राज्य से 11 पर्वतारोहियों का एक दल नेपाल गया था जिनमें से आठ ने एवरेस्ट पर भारत का झंडा लहरा कर एक नया रिकॉर्ड भी कायम किया, पर यह खुशी थोड़ी ही देर में दुख में तब्दील हो गयी, क्योंकि इस पर्वतारोही दल के चार सदस्य इस अभियान के दौरान लापता हो गये. अब सूचना मिली है कि इनमें से एक बांकुड़ा निवासी सुभाष पाल की मौत हो चुकी है जबकि बारासात निवासी सुनीता हाजरा को बड़ी मुश्किल से बचाया गया है, उनकी हालत गंभीर बनी हुई है.
पर्वतारोही प्रदीप साव व चेतना साव भी काठमांडूके एक अस्पताल में भरती हैं. इस बारे में राज्य के खेल व युवा मामलों के मंत्री अरूप विश्वास ने बताया कि देवदास दत्ता, रूद्र प्रसाद हाल्दर, रमेश राय, मलय मुखर्जी, सुनीता हाजरा, गौतम घोष, परेश नाथ, सुभाष पाल, प्रदीप साव, चेतना साव एवं शतरूप सिद्धांत नामक ग्यारह पर्वतारोहियों का एक दल एवरेस्ट की चढ़ाई के लिए नेपाल गया था इनमें से आठ ने एवरेस्ट पर तिरंगा भी फहरा दिया. ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी देश के आठ पर्वतारोहियों ने एक साथ एवरेस्ट पर कदम रखा है. यह हमारे लिए बड़े गर्व की बात है.
पर्वतारोही की मौत पर राज्यपाल ने जताया शोक
नेपाल स्थित माउंट एवरेस्ट की चोटी फतह कर लौटते समय दुर्घटना में पर्वतारोही सुभाष पाल की मृत्यु पर राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी ने गहरा शोक व्यक्त किया है. राज्यपाल ने अपने शोक संदेश में कहा है कि सुभाष पाल ने माउंट एवरेस्ट की चोटी पर फतह हासिल कर लिया था, लेकिन लौटते समय उनकी मृत्यु हो गयी. उन्होंने कहा कि राज्य के एडवेंचर प्रेमी युवाओं के लिए सुभाष पाल हमेशा ही प्रेरणा के स्रोत बने रहेंगे. उन्होंने पर्वतारोही के परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है.
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