कोलकाता: बड़ाबाजार के बर्न फील्ड रोड में एक मकान के चौथे तल्ले पर मनी लॉन्ड्रिंग का कारोबार करने वाली कंपनी के दफ्तर से एक करोड़ की डकैती की कोशिश नाकाम हो गयी. रुपयों से भरा बैग लेकर भागते समय पकड़े जाने के डर से दो डकैतों ने चौथी मंजिल से छलांग लगा दी, जिससे वे जख्मी हो गये. एक डकैत पाइप के सहारे भागने की कोशिश कर रहा था, तभी पकड़ लिया गया. घायल डकैतों को मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भरती कराया गया है. डकैत राजस्थान के रहने वाले बताये गये हैं.
बदमाशों को सूचना देने के आरोप में दफ्तर के एक कर्मचारी को भी गिरफ्तार किया गया है. संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) पल्लव कांति घोष ने बताया कि गिरफ्तार डकैतों में आशीष संखला (19) को सिर में गंभीर चोट लगी है. गौतम दैया (25) के पैर में गहरी चोट है. श्रीचंद्र बोरा (22) पाइप के सहारे उतरते समय दबोच लिया गया. दफ्तर के एक कर्मचारी मनोज को भी गिरफ्तार किया गया है.
श्री घोष ने बताया कि बड़ाबाजार के 16 बर्न फील्ड रोड में एक मकान के चौथे तल्ले पर मनी लॉड्रिंग कंपनी का दफ्तर है. सोमवार सुबह 10 बजे के करीब दफ्तर खुलते ही तीन डकैत हथियार के साथ आ धमके. उस समय दफ्तर में चार कर्मचारी मौजूद थे. हथियार के साथ घुसे डकैतों ने दफ्तर में रखे एक करोड़ रुपये से भरा बैग लेकर भागने की कोशिश की. इसी बीच, इसका विरोध करने पर शिवा पारेख नामक कर्मचारी डकैतों के वार से जख्मी हो गया. जिसे देख बाकी कर्मचारी दहशत में आ गये. अचानक आसपास के लोगों के वहां आ धमकने की भनक होने के कारण जल्दबाजी में तीनों वहां से भागने लगे.
ऊंचाई से गिरने से जख्मी हुए डकैत
स्थानीय नागरिक रवि मोहता ने बताया कि पकड़े जाने के डर से दो डकैतों ने चार तल्ले से नीचे जमीन पर छलांग लगा दी. जिसमें 38 स्ट्रैंड रोड के पास जमीन पर गिरने से उनमें से एक का सिर फट गया, जबकि दूसरे के पांव में गहरा आघात लगा. दोनों को जख्मी देख तीसरा डकैत पाइप से नीचे उतरने की कोशिश करने लगा. तब तक लोगों ने उसे दबोच लिया. इसके बाद दफ्तर के कर्मचारी शिवा पारेख के अलावा घायल दोनों डकैतों को अस्पताल ले जाया गया. करीब 11 बजे इसकी जानकारी बड़ाबाजार थाने को दी गयी. पुलिस ने वहां पहुंच कर रुपये से भरे बैग को जब्त कर लिया.
वारदात स्थल की रेकी की थी
संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) श्री घोष ने बताया कि प्राथमिक जांच में पुलिस को पता चला है कि गिरफ्तार सभी डकैत राजस्थान के चुरू व नासौर जिले के रहने वाले हैं. इसके पहले 11 जनवरी को वे इस इमारत में आये थे और इसकी रेकी करके गये थे. रफी अहमद किदवई रोड में एक होटल में ये लोग ठहरे थे. इस दफ्तर में काम करने वाले कर्मचारी मनोज ने डकैतों को यहां एक करोड़ रुपये होने की जानकारी दी थी. जिसके बाद ये डकैती के लिए सोमवार को यहां आ धमके थे. घटना के बाद दफ्तर के अन्य दो कर्मचारियों का पता नहीं चल रहा है. पुलिस का अनुमान है कि दहशत के कारण दोनों कहीं छिप गये होंगे. लिहाजा दोनों की तलाश जारी है. गौरतलब है कि इसके पहले भी बड़ाबाजार इलाके के बड़तल्ला स्ट्रीट में एक मनी लॉड्रिंग दफ्तर में लूट की घटना को अंजाम दिया गया था. उस मामले में भी अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.