कोलकाता. पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2016 अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुका है. आगामी पांच मई को छठे व अंतिम चरण का मतदान होगा. इस चरण में 25 सीटों पर वोट डाले जायेंगे. इनमें कूचबिहार की नौ और पूर्व मेदिनीपुर की 16 सीटें हैं, जिसके लिए 170 उम्मीदवार मैदान में हैं. वेस्ट बंगाल इलेक्शन वाच की रिपोर्ट के अनुसार इन 170 में से लगभग 20 प्रतिशत अर्थात 33 उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं.
वेस्ट बंगाल इलेक्शन वाच के राज्य संयोजक बिल्पव हलीम ने सोमवार को यह रिपोर्ट जारी करते हुए बताया कि इन 33 में से 27 के खिलाफ गंभीर अापराधिक मामले दर्ज हैं. इनमें से चार उम्मीदवारों के खिलाफ हत्या और पांच के खिलाफ महिलाआें के खिलाफ अपराध जैसे गंभीर मामले दर्ज हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, इस क्षेत्र में शासक दल सबसे आगे है. तृणमूल कांग्रेस के कुल 24 उम्मीदवारों में से 7 के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. भाजपा के 25 में से छह, माकपा के आठ में से दो, फॉरवर्ड ब्लॉक के चार में से दो, कांग्रेस के चार में से एक और 24 में से दो निर्दल उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दायर हैं.
इन सभी उम्मीदवारों के खिलाफ 146 गंभीर मामले और 238 अन्य मामले दर्ज हैं. इस चरण में दो ऐसे विधानसभा केंद्र हैं, जिन्हें चुनाव आयोग ने रेड एलर्ट केंद्र घोषित कर रखा है. जिन क्षेत्रों में तीन या उससे अधिक आपराधिक मामलों के आरोपी चुनाव लड़ते हैं, उन्हें चुनाव आयोग रेड एलर्ट विधानसभा केंद्र घोषित कर देता है. इनमें पांसकुड़ा पश्चिम व पांसकुड़ा पूर्व केंद्र शामिल है. पांसकुड़ा पश्चिम में कुल नौ उम्मीदवार हैं, जिनमें से चार के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं, वहीं पांसुकड़ा पूर्व में किस्मत आजमा रहे कुल पांच उम्मीदवारों में से तीन के खिलाफ आपराधिक मामले हैं.
करोड़पति विधायकों की संख्या हुई दोगुनी
वेस्ट बंगाल इलेक्शन वाच की रिपोर्ट के अनुसार इस राउंड में भी धनी उम्मीदवारों की कोई कमी नहीं है. इन 170 में से 15 (नौ प्रतिशत) उम्मीदवार करोड़पति हैं. धनी उम्मीदवारों की तालिका में तृणमूल कांग्रेस अपने प्रतिद्वंद्वियों से बहुत आगे है. तृणमूल के 25 में से आठ उम्मीदवार करोड़पति हैं, जबकि भाजपा के एक, कांग्रेस के एक, माकपा के एक, फॉरवर्ड ब्लॉक के एक और भारत निर्माण पार्टी के एक उम्मीदवार करोड़पति हैं. करोड़पति उम्मीदवारों की इस तालिका में दो निर्दल भी हैं. चुनाव आयोग में जमा किये गये हलफनामों के अनुसार तृणमूल के 24 उम्मीदवारों की आैसत संपत्ति 1.02 करोड़ है. करोड़पति उम्मीदवारों की इस सूचि में पहले पायदान पर नंदकुमार केंद्र के निर्दल उम्मीदवार सिराज खान हैं. चुनाव आयोग में दायर हलफनामे के अनुसार उनकी कुल संपत्ति 170637979 है. इस चरण में सबसे कम संपत्ति केवल 6668 रुपये सिताई के एसयूसीआइ उम्मीदवार अनिल चंद्र बर्मन राय के पास है. इस रिपोर्ट का सबसे मजेदार पहलू यह है कि अंतिम राउंड के चुनाव में 2011 के चुनाव में कामयाब हुए 20 उम्मीदवार फिर से मैदान में हैं. 2011 में इन 20 विधायकों में से केवल तीन करोड़पति थे, पर इस बार उन 20 में से छह करोड़पति हो गये हैं.
कुल 1960 में से 354 के आपराधिक रिकॉर्ड
विधानसभा चुनाव में राज्य की कुल 294 सीटों के लिए 1960 उम्मीदवारों में से 18 प्रतिशत यानी 354 आपराधिक रिकॉर्ड वाले हैं. इनमें से 294 यानी 15 प्रतिशत के खिलाफ हत्या, हत्या के मामले, महिलाआें के खिलाफ अपराध जैसे संगीन मामले दर्ज हैं. इनमें 294 में से 76 तृणमूल कांग्रेस के हैं, जबकि भाजपा के 52, माकपा के 47 और कांग्रेस के 31 उम्मीदवार हैं. कुल 1960 उम्मीदवारों में से 24 के खिलाफ हत्या और 48 के खिलाफ महिलाआें के खिलाफ अपराध जैसे में मामले दर्ज हैं. वहीं 244 (12 प्रतिशत) करोड़पति हैं, जिनमें से तृणमूल कांग्रेस के 76, भाजपा के 52, माकपा के 47 और कांग्रेस के 31 उम्मीदवार हैं. 2011 के विधानसभा चुनाव में जीतने वाले 245 उम्मीदवार इस बार भी मैदान में हैं. 2011 में इन 245 विधायकों की आैसत संपत्ति 60.11 लाख रुपये थी, जो 2016 में बढ़ कर 1.27 करोड़ रुपये हो गयी. इनकी संपत्ति में 112 प्रतिशत का आैसत इजाफा हुआ.