इनमें तृणमूल कांग्रेस के डॉ सुदीप्त राय के साथ कांग्रेस के शुभंकर सरकार और भाजपा के भास्कर भट्टाचार्य मतदाताओं को लुभाने के लिए पसीना बहा रहे हैं. डॉ सुदीप्त राय ने अपने विकासमूलक कार्य को ही मुख्य मुद्दा बनाया है. उन्होंने बताया कि श्रीरामपुर अस्पताल को सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल बना दिया गया है. अब वह इसे मेडिकल कॉलेज में बदल देंगे. इसके साथ ही एक आधुनिक शवगृह भी बनवाया है. सड़क, नाला, पेयजल, स्कूल, बिजलीकरण सहित अपने द्वारा किये गये कार्यों की वह लंबी फेहरिस्त पेश कर रहे हैं.
उनके साथ इस चुनाव मैदान में रिसड़ा के चेयरमैन शंकर साव, चेयरमैन इन काउंसिल विजय सागर मिश्र, चंद्रमणि सिंह, राजेश सिंह, जाहिद हसन खान सहित कई धाकड़ नेता चुनाव मैदान में हैं. वहीं, भाजपा के भास्कर भट्टाचार्य ने यहां बंद जूट मिलों के मुद्दा को प्रमुखता से उछाला है. उन्होंने कहा की श्रीरामपुर ( रिसड़ा ) में भारत की प्रथम जूट मिल स्थापित हुई थी. यहां 600 साल प्राचीन महेश का रथ पूरे देश में मशहूर है इसलिए जूट मिलों का आधुनिकीकरण और श्रीरामपुर को पर्यटन में विशेष दर्जा दिलाने की बात करते हैं. साथ ही केंद्र सरकार द्वारा जारी योजना की बात भी वह मतदाताओं के समक्ष रख रहे हैं.
कांग्रेस और वाममोरचा गंठबंधन के उम्मीदवार शुभंकर सरकार ने यहां के दो कॉलेजों में हिंदी और उर्दू विभाग खुलवाने का वादा किया है. उनका कहना है कि रिसड़ा एक बड़ा हिंदी भाषी क्षेत्र है, लेकिन उनके लिए कोई खेल का मैदान नहीं है. रिसड़ा में बस स्टैंड के पास कचरा का जमाव शहर को दूषित कर रहा है. वह इसका निबटारा करेंगे. रिसड़ा में एक बड़ा जलाशय है वहा इको टूरिज्म पार्क बनाने की पहल जीतने के बाद करेंगे. रिसड़ा के जूट मिलों को कभी बंद नहीं होने देगें. नदी में वाहनों को इस पार से उस पार ले जाने के लिए जेटी निर्माण उनकी प्राथमिकता होगी. एक तीसरा हुगली ब्रिज श्रीरामपुर में नदी पर बने, इसका प्रयास करेंगे, दिल्ली और दुर्गापुर रोड को कल्याणी हाइवे से जोड़ने की दिशा में काम करेंगे, श्रीरामपुर को विश्व पर्यटन क्षेत्र में शामिल करवाना भी उनकी प्राथमिकता है.