गौरतलब है कि आज के ही दिन आनंदपुर साहिब में सिखों के दसवें गुरू गोविंद सिंह ने खालसा पंथ की स्थापना की थी.
इस मौके पर सिख फोरम, सिख नारी मंच एवं गुरमत प्रचार के साथ ही इलाके के गुरूद्वारों से कीर्तनी जत्थे भी शामिल हुए. पंजाब से आए गतका पार्टी ने भी अपने हुनर का प्रदर्शन किया. इस अवसर पर पंजाबी साहित्कार हरदेव सिंह गरेवाल की सद्य प्रकाशित पुस्तक कलकत्ते दे पंजाबी घुलाटिय विशेष आकर्षण का केंद्र रही. तीन दिनों तक गुरू का लंगर चला जिसमें हजारों की संख्या में लोगों ने सेवा दिया व लोगों को भोजन करवाया.