बिहार विधानसभा चुनाव में मतदान से 48 घंटे पहले आयोग ने बिहार से सटी सभी अंतरराज्यीय सीमाआें को सील कर दिया था, जिसके फलस्वरूप पड़ोसी राज्यों से समाजविरोधी तत्व बिहार में प्रवेश नहीं कर पाये थे. जिसका सीधा प्रभाव मतदान पर पड़ा था आैर बिहार में पूरी मतदान प्रक्रिया बेहद शांतिपूर्ण तरीके संपन्न हुई थी. सोमवार को चुनाव आयोग की फूल बेंच ने राज्य प्रशासन के अधिकारियों के साथ एक वीडियो कांफ्रेसिंग की. बैठक की अध्यक्षता मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने की. वीडियो कांफ्रेंसिंग के संबंध में अतिरिक्त मुख्य चुनाव अधिकारी दिब्येंदू सरकार ने बताया कि इस वीडियो कांफ्रेसिंग में मुख्य रूप से पहले चरण के मतदान से पहले अंतरराज्यीय व अंतरराष्ट्रीय सीमाआें पर सुरक्षा व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त करने, मतदान से पहले सीमों की नाकेबंदी करने के मुद्दे पर विस्तार से चर्चा हुई. मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी एवं उनकी टीम ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से पहले चरण के मतदान की तैयारियों का भी जायजा लिया. मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैसी की अध्यक्षता में हुई. इस वीडियो कांफ्रेंसिंग में राज्य के मुख्य सचिव, गृह सचिव, पुलिस महानिदेशक, मुख्य चुनाव अधिकारी मौजूद थे.
अंतरराज्यीय सीमा को सील करने के फैसले को कार्यांवित करने के फैसले को साकार करने के लिए इस बैठक में पड़ोसी राज्यों बिहार, झारखंड व आेड़िशा के मुख्य सचिव भी शामिल हुए थे. उनके साथ विचार-विमर्श के आधार पर ही सीमाआें से संलग्न जिलों को मतदान से 48 घंटे पहले सील कर दिया जायेगा. बैठक में आयकर व आबकारी विभाग के साथ-साथ बीएसएफ एवं एसएसबी के अधिकारी भी मौजूद थे. बैठक में इस योजना का ब्लूू-प्रिंट तैयार किया गया.
श्री सरकार ने बताया कि उत्तर व दक्षिण 24 परगना एवं दक्षिण दिनाजपुर जिलों से संलग्न बांग्लादेश सीमा पर भी यही व्यवस्था अपनायी जायेगी. चार अप्रैल को पहले चरण के मतदान के अंतर्गत जंगल महल में वोट डाले जायेंगे. नक्सल समस्या से प्रभावित जंगलमहल इलाके में मतदान के दौरान सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए आयोग ने गृह मंत्रालय से चार हेलिकॉप्टर देने का आवेदन किया है.