यानी मुख्यमंत्री ने यह मान लिया है कि वह ही सत्ता में आ रही हैं. चुनावी आचरण विधि के मुताबिक यह वह नहीं कह सकती हैं. इस संबंध में मुख्य चुनाव आयुक्त से मुलाकात कर उन्हें इसकी जानकारी दी गयी है.
वहीं, तृणमूल सांसद अभिषेक बनर्जी के खिलाफ भड़काऊ बयान देने का आरोप लगाते हुए वाम मोरचा ने एक ज्ञापन राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी को सौंपा है. इसमें आरोप लगाया गया है कि श्री बनर्जी ने पुरुलिया में एक सभा में दिये भाषण में माकपा को वोट देनेवालों को समाजविरोधी करार दिया था. वाम मोरचा की ओर से चुनाव आयोग में इस बाबत शिकायत कर उचित कदम उठाने की मांग की गयी है. चुनाव आयोग ने अभिषेक बनर्जी के भाषण की सीडी जिला चुनाव अधिकारी से मंगायी है.