आरपीएफ सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, आरोपियों को उस वक्त गिरफ्तार किया गया, जब वे हावड़ा स्टेशन के पूछताछ काउंटर पर किसी अन्य शिकार की तलाश में थे. तलाशी लेने पर उनके पास से आरपीएफ ने 30 नशीली दवा एटीवीएम 2 एमजी बरामद की. उन पर छह मार्च को भी गोवा-हावड़ा अमरावती एक्सप्रेस से हावड़ा आये दो यात्रियों गोजेब ब्रमोहालिया (27) और जबीस नरजाली (25) को नशाखुरानी का शिकार बनाने का आरोप है.
नशे की खुराक ज्यादा होने से गोजेब ब्रमोहालिया की मौत डॉयमंड हॉर्बर स्टेट जनरल अस्पताल में इलाज के दौरान हो गयी थी. घटना के बाद सियालदह एंटी ड्रगिंग स्क्वाड और जीआरपी ने अभियान चला कर छह मार्च को गोपाल देवनाथ को सियालदह स्टेशन से गिरफ्तार किया था. गोपाल उत्तर 24 परगना के बशीरहाट थाना इलाके का रहनेवाला बताया जाता है.
हावड़ा स्टेशन के सब इंस्पेक्टर अपेश बेहरा ने बताया कि आरोपियों ने जिन लोगों का अपना शिकार बनाया था, वे जीजा-साले थे. अमरावती एक्सप्रेस से वे रात 11.30 बजे हावड़ा स्टेशन उतरे थे. उन्हें गुवाहाटी जाना था. हावड़ा से उतनी रात को कोई ट्रेन गुवाहाटी के लिए नहीं थी. इसी का फायदा उठा कर तीन आरोपियों ने उन्हें अपने जाल में फंसाया था.
शनिवार को भी वे शिकार की फिराक में थे, लेकिन हमारे एंटी ड्रगिंग स्क्वाड के अधिकारियों एएसआइ एके सिंह, हेडकांस्टेबल आलोक दास, डीके साहा, सम्मी अहमद, कांस्टेबल प्रवीर दलाल, टीके मांझी एवं सुमन बंद्योपाध्याय ने उन्हें दबोच लिया. घटना के शिकार एक व्यक्ति से पूछताछ और सियालदह स्टेशन के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर तीनों आरोपियों का स्कैच तैयार किया गया था, जिसे हावड़ा और सियालदह मंडल के सभी आरपीएफ और जीआरपी थानों में लगा दिया गया था. आरोपियों के खिलाफ सियालदह जीआरपी में धारा 302, 379 और 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है.