शुक्रवार को संवाददाताओं को संबोधित करते हुए माकपा सांसद मोहम्मद सलीम ने कहा कि पुलिस यदि पहले इस घटना को लेकर कार्रवाई करती तो शायद हिंसा की घटना रोकी जा सकती थी. इसकी जानकारी पहले से ही थी लेकिन पुलिस ने चुप्पी साध ली क्योंकि राज्य सरकार ने ऐसा करने का निर्देश दिया था.
आरोप के मुताबिक पुलिस अब वामपंथी दलों के समर्थकों को गिरफ्तार कर रही है और अपराधियों को बचाने के लिए घटना को छिपा रही है. सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और भाजपा पर पश्चिम बंगाल में ध्रुवीकरण का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि दरअसल यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच आपसी फायदे के लिए किया जा रहा खेल है जिसके तहत वे राज्य में सांप्रदायिक आधार पर ध्रुवीकरण की कोशिश कर रहे हैं. -माकपा के प्रतिनिधिमंडल को सोमवार को मालदा जिले के हिंसा प्रभावित कलियाचक इलाके में जाने की अनुमति नहीं दी गयी.