मौसम में यह बदलाव अचानक आया है. कल तक शाम से पहले ही घरों में दुबकने वाले लोग देर रात तक सड़क पर दिखने लगे हैं. घरों में दिन भर चलने वाले ब्लोअर व रूम हीटर का स्वीच भी सिर्फ रात को ही आॅन हो रहा है. लोग वसंत ऋतु के आगमन के साथ ही गरमी का अहसास करने लगेंगे.
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…तो 31 तक हो सकती है ठंड की विदाई
भागलपुर: ठंड का मौसम तो है लेकिन इस बार ठंड ने सितम नहीं ढाया. मतलब जिस ठंड की अपेक्षा थी, वह नहीं हुई. मौसम विभाग का तो यहां तक कहना है कि अगर 14 जनवरी तक इसी तरह की ठंड रही तो लेकिन इस बार ठंड का मौसम 31 जनवरी तक खत्म भी हो सकता […]
भागलपुर: ठंड का मौसम तो है लेकिन इस बार ठंड ने सितम नहीं ढाया. मतलब जिस ठंड की अपेक्षा थी, वह नहीं हुई. मौसम विभाग का तो यहां तक कहना है कि अगर 14 जनवरी तक इसी तरह की ठंड रही तो लेकिन इस बार ठंड का मौसम 31 जनवरी तक खत्म भी हो सकता है. अभी तो स्थिति यह है कि पांच जनवरी के बाद से ही लोगों ने जैकेट आदि पहनना छोड़ दिया है. एक स्वेटर पहनने से भी काम चल रहा है.
अगले तीन दिनों तक ऐसा ही रहेगा मौसम
अभी सुबह शाम हल्के कोहरे और दिन भर आसमान साफ रहने व सूर्य देवता के दर्शन होने से लोग गरमी का अहसास कर रहे हैं. सिर्फ रात को ठंड का अहसास होने के कारण गरम कपड़े का इस्तेमाल कर रहे हैं. मौसम विभाग से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार अगले तीन दिनों तक मौसम ऐसा ही रहने की संभावना है. वैसे भूमध्य सागर में उठे पश्चिमी विक्षोभ से हिमाचल प्रदेश व जम्मू कश्मीर में बर्फबारी हो रही है. दिल्ली, पंजाब व हरियाणा आदि राज्यों में आसमान में बादल छा रहे हैं. लेकिन इसका असर बिहार पर नहीं पड़ा है.
ठंड कम होने पर कई फसलों पर असर पड़ सकता है : सुनील
मौसम वैज्ञानिक सुनील कुमार का कहना है कि ग्लोबल वार्मिंग के कारण ही इस साल जाड़े में ठंड कम हो गयी है. पिछले साल जनवरी में जहां न्यूनतम तापमान तीन चार डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया था, वहीं इस साल जनवरी 2016 में सिर्फ चार जनवरी को न्यूनतम तापमान सामान्य से कम 5.8 डिग्री सेल्यियस तक ही गिरा. ग्लोबल वार्मिंग के कारण ही इस साल सितंबर में बारिश कम हुई. माॅनसून के कमजोर पड़ने के कारण कम बारिश से धरती के तापमान में भी गिरावट नहीं हुई. यही कारण है कि अभी भी किसानों के खेतों में सिंचाई की आवश्यकता पड़ रही हैं. कम ठंड पड़ने के कारण गेहूं फसल में कम कल्ले निकलने और कम दाने लगने की आशंका भी है. तिलहन व दलहन फसल पर भी कम ठंड का असर हो सकता है.
पश्चिमी विक्षोभ पहुंचा, तो होगी बारिश
बिहार कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक सुनील ने बताया कि आठ जनवरी को भागलपुर व उसके आसपास अधिकतम तापमान 25.3 और न्यूनतम तापमान 8.1 डिग्री सेल्सियस रहा. वायुमंडल में नमी 95 प्रतिशत और इस दौरान एक किलोमीटर से भी कम रफ्तार में दक्षिण-पश्चिमी हवा चल रही थी. बताया गया कि अगले दो-तीन दिन तक बारिश की कोई संभावना नहीं है और मौसम का मिजाज भी ऐसा ही रहने की संभावना है. यदि पश्चिमी विक्षोभ उत्पन्न हुआ और उसका असर बिहार तक पहुंचा, तभी बारिश हो सकती है. बारिश होगी, तो ठंड बढ़ जायेगी. यदि मकर संक्राति तक मौसम ऐसा ही रहा, तो जनवरी के अंत तक ठंड की विदाई भी हो सकती है. ठंड में कमी आने की संभावना से बाजारों में गरमी प्रदान करने वाले इलेक्ट्रिकल उपकरण की बिक्री कम होने लगी है.
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