मालदा. कालियाचक में जो हुआ उससे यह प्रमाणित होता है कि राज्य में कानून की धज्जियां उड़ चुकी है, कानून व्यवस्था के नाम पर राज्य में कुछ भी नहीं है. इसलिये राज्य में माकपा के साथ गठबंधन होना जरूरी हो गया है. कालियाचक थाने में हुई घटना के प्रसंग में अपनी बात रखते हुये उपरोक्त बातें दक्षिण मालदा के सासंद आबू हुसैन खान चौधरी ने कही.
पुलिस थाने को आग के हवाले कर पुलिस की गाड़ियों में आग लगाने की घटना के लिये उन्होंने पुलिस को दोषी ठहराया है. रविवार को कालियाचक की घटना को लेकर सांसद अबू हुसैन खान चौधरी ने मोथाबाड़ी की विधायक सविना यास्मिन के साथ जिला शासक शरद द्विवेदी के साथ मुलाकात की.
सांसद ने बताया कि कालियाचक थाने में जो घटना घटी वह राज्य के कानून व्यवस्था की स्थिति का गवाह है. तृणमूल कांग्रेस पर आरोप लगाते हुये सांसद ने कहा कि हमलावरों में तृणमूल समर्थक ही थे. घटना में सत्ताधारी दल के लोंगो के शामिल होने की वजह से ही पुलिस अभी तक किसी को भी गिरफ्तार नहीं कर पायी है. गुंडागर्दी के शासन से बचने के लिये तृणमूल सरकार को उखाड़ फेंकना ही होगा.
सांसद ने बताया कि तृणमूल के हाथों कांग्रेसी व माकपा समर्थक मार खा रहे हैं. इस मार से बचने के लिये कांग्रेस माकपा के साथ गठबंधन की बात कर रही है़ उन्होंने कहा कि राज्य की जनता भी यही चाहती है. राज्य में जितने भी अपराधी थे सभी तृणमूल में शामिल हो चुके हैं. रविवार को एक सभा के दौरान कुछ उत्तेजित लोंगो ने कालियाचक थाने पर हमला बोल दिया कर थाने को आग के हवाले कद दिया था़ सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक थाने के हथियार भी लूट लिये गए हैं.
क्या कहते हैं तृणमूल नेता
कांग्रेस सांसद के आरोप का जवाब देते हुये तृणमूल के जिला अध्यक्ष मोयाज्जम हुसैन ने उल्टा आरोप लगाते हुये कहा कि हमलावर तृणमूल के नहीं बल्कि कांग्रेसी थे. सुचारू ढ़ंग से प्रशासन को चलने देना नहीं चाहते हैं कांग्रेसी. तृणमूल की ओर से प्रशासन से बात की गयी है एवं घटना की जांच कर आरोपियों को सजा की मांग की गयी है.
कइ फाइलें जलकर खाक
रविवार की घटना में कालियाचक थाने की कइ महत्वपूर्ण फाइलें जल कर राख हो गयी. पुलिस ने रिपोर्ट में बताया है कि एस साथ दस हजार से भी अधिक लोगों ने अचानक थाने पर हमला कर दिया. जान बचाने के लिए पुलिस कर्मचारी थाना छोड़कर भाहर भाग गये. इसके अतिरिक्त थाने के निकट रेल मार्ग को भी अवरूद्ध कर कइ लोकल ट्रेनों एवं मालगाड़ियों में तोड़-फोड़ की गयी़
क्या है मामला
उल्लेखनीय है कि मालदा जिले के कालियाचक थाना क्षेत्र में एक मजहबी संगठन ने उत्तेजित होकर कालियाचक थाने पर रविवार को हमला बोल दिया था. थाने में उपस्थित पुलिसकर्मियों के साथ मार-पीट करने के साथ-साथ संगठन के लोगों ने रास्ते के किनारे खड़ी गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया. थाना भी फूंक दिया गया. पुलिस के 15 राउंड फायरिंग करने के बाद भी स्थिति नियंत्रित ना होने पर बीएसएफ के जवानों को उतारा गया था. सुबह नौ बजे से दोपहर करीब एक बजे तक कालियाचक पुलिस थाना व आस-पास का चौरंगी व बालियाडांगा इलाका रणक्षेत्र बना रहा.