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राजनीति: प्रकाश करात और अधीर रंजन चौधरी ने दिये संकेत, माकपा-कांग्रेस गंठबंधन!
विधानसभा चुनाव में माकपा और कांग्रेस में संभावित गंठबंधन को लेकर चल रही चर्चाओं को बुधवार को उस समय बल मिला, जब माकपा के पूर्व महासचिव प्रकाश करात ने नरम रुख अपनाते हुए कहा िक पश्चिम बंगाल के हालात असाधारण हैं. उन्होंने कहा कि हालात के मुताबिक फैसला िलया जायेगा. उधर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर […]
विधानसभा चुनाव में माकपा और कांग्रेस में संभावित गंठबंधन को लेकर चल रही चर्चाओं को बुधवार को उस समय बल मिला, जब माकपा के पूर्व महासचिव प्रकाश करात ने नरम रुख अपनाते हुए कहा िक पश्चिम बंगाल के हालात असाधारण हैं. उन्होंने कहा कि हालात के मुताबिक फैसला िलया जायेगा. उधर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कांग्रेस और वामपंथी दलों के बीच गंठबंधन की पुरजोर वकालत की. उन्होंने कहा िक जमीनी स्तर के कार्यकर्ता यही चाहते हैं. हालांकि कांग्रेस िवधायक और पार्टी के वरिष्ठ नेता मानस भुइंया ने कहा कि पार्टी राज्य में अकेले चुनाव लड़ेगी. किसी से गंठबंधन करने की जरूरत नहीं है.
कोलकाता: विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ माकपा के गंठबंधन पर माकपा के हार्डलाइनर माने जानेवाले पार्टी के पूर्व महासचिव प्रकाश करात ने नरम रुख अपनाया है. उन्होंने पश्चिम बंगाल की परिस्थिति को एक्स्ट्रा ऑर्डिनरी (असाधारण) करार देते हुए समय और हालात के अनुरूप निर्णय लेने की बात कही है. राज्य में चल रहे माकपा के पूर्ण अधिवेशन के अवसर पर संवाददाताओं के सवालों के जवाब में करात ने कहा कि राज्य की परिस्थिति एक्स्ट्रा अाॅर्डिनरी है. राज्य के लोग तृणमूल कांग्रेस को हटाना चाहते हैं. आम लोगों के मनोभाव के मद्देनजर तृणमूल कांग्रेस को पराजित किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि पार्टी में उभरती राजनीतिक परिस्थिति से निपटने के लिए सदा ही ‘लचीला तरीका’ है. राजनीति में कभी भी सीधा ‘हां’ या ‘नहीं’ होता है. राज्य के लोगों में तृणमूल को सत्ता से हटाने का मत बन रहा है. चुनावी रणनीति तय करने के समय इस पहलू को ध्यान में रखा जायेगा. चुनावी रणनीति प्लेनम में नहीं बनती है. राज्य कमेटी अपने विचार केंद्रीय कमेटी और पोलित ब्यूरो के समक्ष रखेगी. उसके बाद इस पर निर्णय किया जायेगा. राज्य कमेटी इस मसले पर चर्चा करेगी और अंतिम निर्णय अगले चार से छह सप्ताह में सामने आयेंगे.
उन्होंने कहा कि लचीला तरीका सदा ही हमारी रणनीति रही है, ताकि उभरती राजनीतिक स्थिति के अनुसार निर्णय लिया जा सके.
कांग्रेस और वामपंथियों में होगा गंठबंधन : अधीर चौधरी
कोलकाता. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने बुधवार को राज्य की तृणमूल कांग्रेस सरकार के खिलाफ कांग्रेस व वामपंथी दलों के गंठबंधन की जोरदार वकालत की. अधीर चौधरी ने साफ कहा कि राज्य में तृणमूल कांग्रेस के साथ गंठबंधन नहीं होगा. उन्होंने कहा कि राज्य के वामपंथी व कांग्रेस पार्टियों के निचले स्तर के कार्यकर्ता चाहते हैं कि कांग्रेस व वामपंथी पार्टियों में गंठबंधन हो, क्योंकि दोनों राजनीतिक दलों को तृणमूल कांग्रेस के अत्याचार का सामना करना पड़ रहा है. यह पूछे जाने पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआइसीसी) द्वारा अनुमति नहीं दिये जाने पर प्रदेश कांग्रेस क्या करेगी. श्री चौधरी ने कहा कि एआइसीसी हो या आइसीसी, प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में उनका भी मत है और स्थानीय नेतृत्व चाहता है कि तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ गंठबंधन हो. उल्लेखनीय है कि प्रदेश कांग्रेस के लगभग सभी नेताओं ने तृणमूल सरकार के खिलाफ कांग्रेस व वामपंथी पार्टियों के बीच गंठबंधन की वकालत की है, हालांकि हाल में तृणमूल सुप्रीमो व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दिल्ली दौरे के दौरान कांग्रेस आलाकमान सोनिया गांधी से मुलाकात की थी. उसके बाद यह कयास लगाया जाने लगा था कि प्रदेश कांग्रेस की अवहेलना कर कांग्रेस नेतृत्व भाजपा के खिलाफ राज्य में तृणमूल के साथ समझौता कर सकती है. हालांकि इस बारे में अभी कोई फरमान नहीं आया है.
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