इसके अलावा यहां गैर पंजीकृत और भी चाय बागान हैं. पूरी दुनिया को अपने स्वाद से गुलजार करनेवाले इन चाय बागानों की दुर्दशा के लिए राज्य सरकार से अविलंब हस्तक्षेप करने की मांग को लेकर इन लोगों ने श्रम मंत्री को ज्ञापन भी दिया.
अपनी पांच सूत्री मांगों में संगठन की ओर से न्यूनतम मजदूरी 122 रुपये से बढ़ा कर केंद्र सरकार द्वारा स्वीकृत दैनिक मजदूरी देने, बंद पड़े चाय बागानों को चालू करवाने, प्लांटेशन लेबर एक्ट के अनुसार मालिकों को सुविधाएं देने के लिए बाध्य करना, पीएफ, ग्रेच्युटी के अलावा चाय बागानों के श्रमिकों के लिए टी बोर्ड का गठन करना शामिल है. इस अवसर पर एआइयूटीयूसी के अध्यक्ष अनंत लाल गुप्ता, सचिव दिलीप भट्टाचार्य, समर सिन्हा, निरंजन महापात्र एवं अभिजीत राय उपस्थित थे.