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सारधा के खिलाफ ज्ञापन देने के कार्यक्रम में शामिल हुए थे लोग

कोलकाता: सारधा चिटफंड कांड की जांच सीबीआइ से कराने की मांग को लेकर गुरुवार को बिधाननगर पुलिस कमिश्नरेट ज्ञापन देने पहुंचे शिक्षाविदों और राजनीतिक नेताओं को पुलिसगीरी का शिकार होना पड़ा. उनकी शिकायत सुनने के बजाय उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. बताया जाता है कि सारधा मामले में न्याय की मांग करने वालों और पुलिस […]

कोलकाता: सारधा चिटफंड कांड की जांच सीबीआइ से कराने की मांग को लेकर गुरुवार को बिधाननगर पुलिस कमिश्नरेट ज्ञापन देने पहुंचे शिक्षाविदों और राजनीतिक नेताओं को पुलिसगीरी का शिकार होना पड़ा.

उनकी शिकायत सुनने के बजाय उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. बताया जाता है कि सारधा मामले में न्याय की मांग करने वालों और पुलिस में धक्का-मुक्की हुई. इस घटना के बाद पुलिस ने जाने-माने शिक्षाविद सुनंदा सान्याल सहित 24 नेताओं और कार्यकर्ताओं को ही गिरफ्तार कर लिया.

गिरफ्तारी के बाद इन्हें बिधाननगर नॉर्थ थाने ले जाया गया, जहां से बाद में सभी को रिहा कर दिया गया. यूनाइटेड चिटफंड सफर्स यूनिटी फोरम के बैनर तले सुनंदा सान्याल, माकपा नेता सुजन चक्रवर्ती, पूर्व नक्सल नेता असीम चटर्जी, कांग्रेस विधायक सुखविलास वर्मा,पीडीएस नेता समीर पुतटुंडु व अन्य ज्ञापन देने पहुंचे थे. वे सारधा कांड के लुटे-पिटे निवेशकों को न्याय देने की मांग कर रहे थे. उनकी मांग थी कि तृणमूल कांग्रेस से निलंबित सांसद कुणाल घोष ने सारधा मामले में जिन लोगों का नाम लिया है उनसे पूछताछ की जाये. हालांकि पुलिस का कहना है कि ज्ञापन देने को लेकर पहले से जानकारी नहीं दी गयी थी.

बिधाननगर कमिश्नरेट के पुलिस उपायुक्त (मुख्यालय) सुब्रत बनर्जी ने कहा, ‘प्रदर्शनकारियों ने जबरन कमिश्नरी में प्रवेश करने का प्रयास किया. उन्हें रोकने का प्रयास कर रहे पुलिसकर्मियों को भी उन्होंने परेशान किया. हमने तीन महिलाओं सहित 24 लोगों को गिरफ्तार किया है.’ माकपा नेता श्यामल चक्रवर्ती ने शिकायत की है कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को परेशान किया और उन्हें पीटा. माकपा राज्य सचिव बिमान बसु ने कहा, ‘आज जो हुआ वह लोकतांत्रिक अधिकारों और सिद्धांतों पर हमला है. इसकी सबसे कटु शब्दों में आलोचना की जानी चाहिए.’ माकपा के केंद्रीय समिति के सदस्य गौतम देब ने कहा, ‘वह सीबीआइ जांच से क्यों डरी हुई हैं ? सीबीआइ जांच से सिर्फ सच सामने आयेगा. क्या तृणमूल सच से डरी हुई है ?’

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर साधा निशाना
इधर, वामपंथी नेताओं ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला करते हुए आरोप लगाया कि शित्रविदों और नेताओं से धक्का-मुक्की जानबूझ कर की गयी है. इस दौरान सुनंद सान्याल जमीन पर भी गिर पड़े. इस बीच, इस घटना के विरोध में माकपा नेताओं की ओर से पुलिस के खिलाफ भी शिकायत करने की तैयारी शुरू कर दी गयी है. माकपा नेताओं ने इस घटना के विरोध में शुक्रवार को महानगर समेत विभिन्न इलाकों में विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया है.

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