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… और भटकते रहे परिजन
लापता टैक्सी ड्राइवर प्रकरण. पुलिस ने नहीं दी कोई सूचना : गीता कोलकाता : 21 नवंबर को जब से टैक्सी ड्राइवर कुशेश्वर पांडेय लापता हुए थे, तब से उनकी पत्नी गीता देवी और पुत्र शनि पांडेय का हाल बेहाल था. वे लोग परेशान थे. तरह-तरह की चिंताएं सता रहीं थी. आशंका होती कि आखिर क्या […]
लापता टैक्सी ड्राइवर प्रकरण. पुलिस ने नहीं दी कोई सूचना : गीता
कोलकाता : 21 नवंबर को जब से टैक्सी ड्राइवर कुशेश्वर पांडेय लापता हुए थे, तब से उनकी पत्नी गीता देवी और पुत्र शनि पांडेय का हाल बेहाल था. वे लोग परेशान थे. तरह-तरह की चिंताएं सता रहीं थी.
आशंका होती कि आखिर क्या हुआ उनके पिता के साथ. क्या कोई दुर्घटना घटी या किसी ने अपहरण कर लिया. आखिर टैक्सी कहां गयी. पिता तो सुबह घर से निकले ही थे. मंगलवार को जब उनके पिता की सूचना मिली, तो उन लोगों राहत की सांस ली और वे लोग खुश हैं कि आखिर पिता वापस आ गये हैं. लेकिन इसके साथ ही यह सवाल खड़े हो गये कि क्या पुलिस किसी को गिरफ्तार करती, तो उसका इतना फर्ज नहीं है कि इसकी सूचना परिवार को दे, क्या परिवारवालों को इतना भी जानने का अधिकार नही है.
कुशेश्वर पांडेय की पत्नी गीता देवी का कहना है कि जब से उनके पति लापता हुए थे. वे लोग बेहाल थे. पुलिस में मामला दर्ज की थी, लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही थी. प्रभात खबर में खबर प्रकाशित हुई. वह एटक के वरिष्ठ नेता नवल किशोर श्रीवास्तव की अभारी हैं.
उनके नेतृत्व में थाना घेराव किया गया. लगातार आंदोलन हुआ. आज वह बहुत ही खुश उनके पति वापस मिल गये हैं. लेकिन उनका सवाल है कि वे लोग इतने दिनों तक परेशान रहे और उनके पति जेल में बंद रहे. पुलिस ने इसकी सूचना तक उन लोगों को नहीं दी, क्या पुलिस को बिना परिवार के सदस्यों को सूचना दिये इस तरह से जेल भेजने का किसी को अधिकार है. वह न्याय चाहती हैं. प्रभात खबर के प्रयास के लिए वह बहुत-बहुत ऋणी हैं.
बहुत खुश हूं कि पापा सकुशल हैं : शनि
टैक्सी ड्राइवर कुशेश्वर पांडेय के पुत्र शनि पांडेय का कहना है कि वह बहुत ही खुश है कि उनके पिता सकुशल हैं. वे लोग काफी परेशान थे. पुलिस ने उनके पिता को गिरफ्तार किया और उन लोगों को इसकी सूचना भी नहीं दी गयी. उन लोगों ने साउथ पोर्ट थाना प्रभारी से लेकर वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से फरियाद की थी.
यह गुजारिश की थी कि उनके लापता पिता का पता लगाये और उनके पिता को पुलिस ने ही पकड़ा था और वह जेल में थे और कोलकाता पुलिस को इसकी भी जानकारी नहीं थी और न ही उन लोगों को कोई जानकारी दी गयी.
लिखित शिकायत करेगी कोलकाता पुलिस
बागुईहाटी थाने की लापरवाही को लेकर गत 15 दिनों से परेशान रही कोलकाता पुलिस इस मामले को लेकर विधाननगर कमीशनरेट के पुलिस आयुक्त से लिखित शिकायत करेगी.
इस मामले में डीसी (पोर्ट) सुदीप सरकार ने बताया कि गिरफ्तारी के समय साउथ पोर्ट थाने को सूचना दी जाती, तो इस मामले में 15 दिनों से स्थानीय थाने व एसएसपीडी की टीम हैरान-परेशान नहीं होती, लिहाजा इस मामले में एक लिखित पत्र भेजने की तैयारी की जा रही है.
दबाव में पुलिस हुई सक्रिय : नवल किशोर श्रीवास्तव
एटक समर्थित कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन के महासचिव व वेस्ट बंगाल टैक्सी ऑपरेटर्स को-आॅर्डिनेशन कमेटी के संयोजक नवल किशोर श्रीवास्तव ने कहा कि उन लोगों के दबाव में पुलिस लापता टैक्सी ड्राइवर को खोजने के लिए बाध्य हुई. उन लोगों ने लापता टैक्सी ड्राइवर की खोज के लिए कोलकाता पुलिस आयुक्त व राज्य के गृह सचिव को पत्र भेजा था.
साउथ पोर्ट थाना का घेराव किया था तथा ज्ञापन देकर लापता टैक्सी ड्राइवर को खोजने की मांग की थी. उन लोगों ने 21 दिसंबर को लालबाजार अभियान का भी आह्वान किया था. अदालत में मामला दायर की घोषणा की थी.
उन लोगों के थाना घेराव व लालबाजार अभियान के आह्वान से दबाव में आकर पुलिस सजग हुई और टैक्सी ड्राइवर मिल गया है, लेकिन उनका यह सवाल है कि टैक्सी ड्राइवर को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश के अनुसार किसी को गिरफ्तार करने के बाद उसके परिवार वालों को 24 घंटे के अंदर सूचना देना जरूरी है. श्री श्रीवास्तव ने कहा कि उक्त थाना की पुलिस ने परिवार के सदस्यों को सूचना नहीं देकर कानून के साथ-साथ मानवाधिकार का भी उल्लंघन किया है.
उक्त पुलिस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी तथा इस मामले की शिकायत पुलिस आयुक्त से करेंगे. उन्होंने कहा कि टैक्सी ड्राइवर के परिवार को न्याय मिले. उनका संगठन सदा ही टैक्सी ड्राइवरों के लिए संघर्ष किया और भविष्य में करता रहेगा.
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