कोलकाता: हालीशहर नगरपालिका के छह वाम मोरचा पार्षदों ने सोमवार को एसडीओ को अपना इस्तीफा सौंप दिया. उनका आरोप है कि तृणमूल कांग्रेस का समर्थन करने वाले समाजविरोधियों ने उनके घरों पर हमला करके उन्हें इस्तीफा देने पर मजबूर किया है.
घरों पर हुआ था हमला
गौरतलब है कि रविवार रात और सोमवार सुबह 30-40 अज्ञात बाइकसवारों ने नगरपालिका के छह माकपा पार्षदों के घर पर हमला कर तोड़फोड़ की. आरोप यह भी है कि हमलावरों ने उन सभी पार्षदों को इस्तीफा दे देने के लिए धमकी दी थी. सोमवार को वाम पार्षद रंजीत नाथ, रामचंद्र प्रसाद, हरिदास चक्रवर्ती, मृणाल मजूमदार, कल्पना घोष व लक्खी राहा ने इस्तीफा दे दिया.
हालीशहर नगरपालिका के कुल 23 वार्डो में 14 माकपा, आठ तृणमूल कांग्रेस व एक कांग्रेस के कब्जे में है. वाम मोरचा के छह पार्षदों के इस्तीफा दे देने से मोरचे के पार्षदों की संख्या घट कर आठ हो गयी है. यानी वर्तमान में वहां वाम मोरचा के आठ, तृणमूल कांग्रेस के आठ व कांग्रेस का एक पार्षद है. छह सदस्यों के इस्तीफे के बाद 23 सदस्यीय बोर्ड में वाममोरचा अल्पमत में आ गया है. तृणमूल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, 28 नवंबर को बोर्ड की प्रस्तावित बैठक में अविश्वास प्रस्ताव लाया जायेगा.
तृणमूल कांग्रेस पर लेफ्ट के पार्षदों को धमकाने के आरोपों के संबंध में पार्टी महासचिव मुकुल राय ने सोमवार को कहा कि यदि हमला हुआ होता तो पुलिस में शिकायत दर्ज करायी गयी होती. उनकी जानकारी के मुताबिक ऐसी कोई शिकायत नहीं की गयी है. हालांकि मुकुल राय के दावे को खारिज करते हुए माकपा नेता गौतम देब ने बताया कि सोमवार सुबह को ही इस संबंध में थाने में शिकायत दर्ज करायी गयी है. उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस ने इन पार्षदों को धमकाया और इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया है. इसके खिलाफ वह कलकत्ता हाइकोर्ट में मामला करेंगे.