उसका सही जबाब जनता समय पर देगी. यह बात सोमवार को तारकेश्वर के जयकृष्ण बाजार में माकपा के हमले के खिलाफ आयोजित विरोध सभा में राज्य के नगर विकास मंत्री फिरहाद हकीम बोल रहे थे. श्री हकीम ने माकपा के जत्थों पर हो रहे हमलों को माकपा का ही नाटक करार देते हुए कहा कि लोकतांत्रिक तरीके से यदि कोई आंदोलन करता है तो समझा जा सकता है लेकिन खुद को पीड़ित-पीड़ित कह कर चिल्लाना एक फैशन बन गया है.
पुलिस ने मारा तो समझा जा सकता है, लेकिन यदि कोई अपने घर के बाथरूम में गिर जाये और पुलिस पर हमला करने का आरोप लगाये तो वह सही नहीं है. माकपा केवल नाटक कर रही है. फिरहाद हकीम ने कहा कि शोले फिल्म में गब्बर सिंह कहता था कि सो जाओ नहीं तो गब्बर आ जायेगा. ठीक उसी तरह अब वामपंथी राज्य में जनता को डराना चाहती है. जो मार खाकर सह लेते हैं, उनकी मानसिकता बहुत मजबूत होती है. तृणमूल भी मार खाकर बर्दाश्त कर रही है, पर राज्य में अराजकता बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है. सिंगुर जमीन आंदोलन का पीठ स्थान है. इस आंदोलन ने गरीब कृषकों को पूरे भारत में उनके अधिकारों के प्रति सचेत किया है. उसके पड़ोस में माकपा के आक्रमण हो रहे हैं, हमलोग मार खाने को तैयार हैं. गौरतलब है कि रविवार रात तारकेश्वर में माकपा के एक जुलूस पर तृणमूल समर्थकों द्वारा हमले किये जाने का आरोप लगा था. तृणमूल कांग्रेस ने भी अपने समर्थकों पर हमले की शिकायत तारकेश्वर थाने में दर्ज करायी थी. झड़प में दोनों पार्टियों के कई लोग जख्मी हुए थे. इस मामले में पुलिस ने एक माकपा और तीन तृणमूल कांग्रेस के समर्थक को गिरफ्तार किया है.
मौके पर तृणमूल कांग्रेस के जिलाध्यक्ष व सीटीसी के चेयरमैन तपन दासगुप्ता, तारकेश्वर के विधायक व मंत्री रछपाल सिंह, आरामबाग के सांसद अपरूपा पोद्दार, उत्तरपाड़ा नगरपालिका के चेयरमैन दिलीप यादव, तारकेश्वर नगरपालिका के चेयरमैन स्वपन सामंत, वाइस चेयरमैन उत्तम राय सहित कई नेता मौजूद थे.