हावड़ा. उत्तर बंगाल के डीआइजी (आर्म्ड फोर्स) व सीनियर आइपीएस शुभाशीष चटर्जी के बेटे पर अपने पारिवारिक ड्राइवर को पीट कर अधमरा कर देने का आरोप है. गंभीर हालत में उसे कोलकाता के एक निजी अस्पताल में दाखिल कराया गया है. उसके सिर पर गंभीर चोट है. पीड़ित ड्राइवर का नाम सुदीप्त घोष (25) है, जबकि आरोपी का नाम शाशीष चटर्जी (25) है.
यह घटना गुरुवार शाम बाली थाना अंतर्गत बेलूड़ प्रोफेसर पाड़ा सिथत डीआइजी के घर पर घटी. घटना की सूचना मिलने पर शिकायत करने बाली थाना पहुंचे. आरोप है कि पीड़ित चालक के पिता पुलक घोष व बहन सुकन्या राय को ड्यूटी ऑफिसर ने शिकायत दर्ज करने से इनकार कर दिया. हालांकि बाद में मीडिया द्वारा खबर जारी कर दिये जाने पर एफआइआर दर्ज की गयी. आरोपी शाशीष के खिलाफ गैरजमानती धाराएं लगायी गयी हैं. मामले की जांच शुरू कर दि गयी है. घटना के बाद आरोपी फरार है.
शुभाशीष चटर्जी उत्तर बंगाल में डीआइजी के पद पर हैं. बेलूड़ के प्रोफेसर पाड़ा में उनका मकान है. यहां पत्नी कस्तुरी चटर्जी व बेटा शाशीष रहता है. छह वर्ष पहले शाशीष व सुदीप्त में दोस्ती हुई थी. सुदीप्त का भी घर बाली के बादामत्ला इलाके में है. सुदीप्त ने एक स्वीफ्ट गाड़ी खरीदी थी. इसके बाद वह डीआइजी का पारिवारिक चालक बन गया. गुरुवार रात 11 बजे सुदीप्त के पिता पुलक घोष को डीआइजी की पत्नी कस्तुरी चटर्जी ने फोन कर बताया कि सुदीप्त उसके घर में फिसल कर गिर पड़ा था. उसे कोलकाता के एक अस्पताल में दाखिल कराया गया है.
उसकी हालत गंभीर है. घटना की खबर मिलते ही पुलक घोष व परिवार के बाकी सदस्य अस्पताल पहुंचे. पिता को जानकारी मिली की उसके बेटे को शाशीष ने बाथरूम में बेरहमी से पीटा था. इसी दौरान वह गिर पड़ा व उसके सिर पर चोट लगी. इसके बाद पिता व बहन डीआइजी के बेटे के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने बाली थाना पहुंचे, लेकिन आरोप है कि उस समय ड्यूटी ऑफिसर ने एफआइआर लेने से इनकार कर दिया. सिर्फ एक जनरल डायरी लेकर पिता व बेटी को घर भेज दिया.
शुक्रवार सुबह मीडिया में खबर आने के बाद आनन-फानन में जनरल डायरी को एफआइआर में तब्दील कर दिया गया. एफआइआर में आरोपी शाशीष के खिलाफ गैर जमानती धाराएं लगायी गयी हैं. इस घटना के बाद आरोपी फरार है. बताया जा रहा है कि सुदीप्त व शाशीष के बीच कुछ महीनों से विवाद चल रहा था. बताया जा रहा है कि सुदीप्त ने चटर्जी परिवार से चार-पांच लाख रुपये उधार लिये थे. रुपये लौटाने को लेकर अक्सर दोनों के बीच झगड़ा होता था.
मेरे भाई कोे साजिश के तहत बाथरूम के अंदर शाशीष ने पीटा है. पैर फिसलने से एक युवक इस तरह जख्मी नहीं हो सकता है. अगर वह जख्मी हुआ, तो अस्पताल में दाखिल करने के पहले परिवार को क्यों नहीं सूचित किया गया. पुलिस मामले की निष्पक्ष तरीके से जांच करे.
सुकन्या राय, पीड़ित चालक की बहन
मुझ पर एफआइआर वापस लेने व मीडिया से बात नहीं करने की धमकी दी गयी है. आरोपी के पिता ने खुद फोन कर के मुझे ऐसा कहा है. जब तक मेरा बेटा सही-सलामत वापस नहीं लौट जाता, मैं किसी भी हालत में शिकायत वापस नहीं करूंगा.
पुलक घोष, पीड़ित के पिता
मारने की बात पूरी तरह गलत है. वह खुद मेरे घर में गिर गर कर घायल हुआ है. पूरी साजिश के साथ मेरे परिवार को बदनाम किया जा रहा है. उसने चार से पांच लाख रुपये उधार भी लिये हैं, जिसे वह देने से इनकार कर रहा था.
कस्तुरी चटर्जी, डीआइजी की पत्नी