कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद व सारधा से जुड़े चिट फंड मामले से विवादों में घिरे कुणाल घोष ने हाइकोर्ट पहुंच कर मामले का पक्ष बनने से संबद्ध हलफनामे पर दस्तखत किये.
बाद में संवाददाताओं के समक्ष कुणाल घोष ने कहा कि उन्होंने पार्टी सुप्रीमो से भी कह दिया है कि यदि वह चिटफंड मामले में दोषी साबित हुए, तो इस्तीफा दे देंगे. उन्होंने दावा किया कि वह पूरी तरह निदरेष हैं. सारधा ग्रुप में वह महज वेतनभोगी कर्मचारी थे.
कंपनी में आने वाले रुपये व खर्च के संबंध में वह कुछ नहीं जानते. उन पर मीडिया के एक समूह व राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों द्वारा कीचड़ उछालने की कोशिश की जा रही है.