कोलकाता: दुर्गापूजा के दौरान बेलियाघाटा इलाके से लापता हुए जीतू हेला का शव आखिरकार प्रगति मैदान इलाके के धापा डंपिंग ग्राउंड में कचरे की ढेर से गुरुवार को देर रात मिला. इसकी जानकारी उसके परिवारवालों को देने पर परिवार के सदस्यों ने शव की शिनाख्त जीतू के रूप में की. इसके बाद कोलकाता पुलिस के एआरएस (एंटी राउडी विभाग) की टीम ने इस सिलसिले में अजरुन सिंह नामक एक युवक को गिरफ्तार किया है.
इलाके के निवासी व एटक के सचिव नवल श्रीवास्तव ने घटना की कड़ी निंदा की है. उनका आरोप है कि इलाके में दागी अपराधी फिर से सिर उठाने लगे हैं. लगातार वे इलाके में अराजकता फैला रहे हैं, जिससे इलाके के लोग व यहां के व्यापारी दहशत में रहने को मजबूर हैं. इस मामले में संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) पल्लव कांति घोष ने बताया कि घटना के बाद जीतू के अपहरण की शिकायत उसके पिता पांचू हेला ने इंटाली थाने में दर्ज करायी थी. जीतू के शव मिलने के बाद उस शिकायत में साजिश के तहत अपहरण की धारा जोड़ दी गयी है. इस सिलसिले में गिरफ्तार अजरुन ने जीतू की हत्या की बात कबूल की है.
कैसे हुई हत्या
प्राथमिक पूछताछ में उसने बताया कि वारदात के दिन क्लब में पांचों दोस्त बैठ कर शराब पी रहे थे. इसी दौरान उनमें आपस में कहासुनी हुई. जिस दौरान जीतू के सिर पर शराब की बोतल से प्रहार किया गया था, जिसके बाद उसने दम तोड़ दिया. इस घटना के बाद उसके शव को एक गाड़ी में ले जाकर धापा डंपिंग ग्राउंड में फेंक दिया गया. लगातार छह दिन कचरे में पड़ा रहने के कारण उसका शव सड़ गया. अजरुन से पूछताछ के बाद पुलिस ने उस गाड़ी को भी जब्त कर ली है, जिससे शव धापा ले जाया गया था. जल्द ही उससे पूछताछ के बाद इस मामले में जुड़े अन्य आरोपियों को भी दबोच लिया जायेगा.
ज्ञात हो कि बेलियाघाटा इलाके में रहने वाले जीतू हेला का गत ग्यारह अक्तूबर की रात से कोई सुराग नहीं मिल रहा था. इस घटना के बाद उसके पिता ने पांच लोगों के खिलाफ उसके लापता होने के मामले में जुड़े होने की शिकायत की थी. गुरूवार सुबह को भद्रेश्वर में नदी के तट पर मिले एक शव पाये जाने की बात सामने आयी. जिसके बाद जीतू के परिवार वालों के साथ वहां की पुलिस ने भी उस व्यक्ति को जीतू का शव बताया था. लेकिन इसी दिन रात को प्रगति मैदान इलाके के धापा के पास कचरे में भी एक शव पाया गया. जिसे देखकर उसके परिवार के सदस्यों ने इस शव को जीतू के शव के रूप में शिनाख्त की.