दूसरी ओर, उस दुकान की कथित किरायेदार महिला ने ललित तलवार, सुजीत मुखर्जी, विवेक खेमका व भोला सोनकर के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी है. इसके बाद भोला सोनकर की ओर से भी स्थानीय पार्षद के खिलाफ जातिसूचक अपमानजनक शब्दों का प्रयोग करते हुए रिवॉल्वर के बट से उन पर प्रहार करने की शिकायत दर्ज करायी गयी है. पुलिस जांच कर रही है.
20 नंबर स्ट्रैंड रोड स्थित एक छोटी-सी दुकान भी इसी प्रॉपर्टी के अंतर्गत आती है. दो महिलाओं के बीच इस दुकान के मालिकाना हक की लड़ाई काफी दिनों से है. कथित किरायेदार उमा रानी राय ने दुकान खाली कर मालिक को सौंप दिया. महिला द्वारा दुकान खाली करने की सरेंडर कॉपी तीन अक्तूबर को थाने में जमा भी किया गया था. दूसरी महिला ने इसका मालिकाना हक होने दावेदारी की और स्थानीय पार्षद के नेतृत्व में 15-20 लोग सुरक्षागार्ड से मारपीट कर दुकान पर जबरन कब्जा कर िलया. इसके विरोध में हेयर स्ट्रीट थाने में उस महिला ने इसके खिलाफ शिकायत दर्ज करायी. पीड़िता कहा कि इस दुकान की किरायेदार वह खुद है, कुछ दिनों के लिए किसी अन्य महिला को दुकान चलाने दी थी, लेकिन उसने दुकान को प्रॉपर्टी के मालिक के हवाले कर दिया. जानकारी पाकर जब वह अपनी दुकान में पहुंची, तो ललित तलवार, सुजीत मुखर्जी, विवेक खेमका और भोला सोनकर के साथ 10-12 की संख्या में लोग वहां आ पहुंचे और उसके साथ मारपीट कर उसे वहां से हटा दिया और अश्लील बातें भी कहीं.
श्री सोनकर ने कहा : हमारे खिलाफ साजिश के तहत थाने में कई मामले दर्ज कराये गये थे, जो बाद में झूठे साबित होने पर वापस ले लिये गये. हाल में एक मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट ने इस प्रॉपर्टी के दायरे के दो सौ गज के अंदर स्थानीय पार्षद के प्रवेश पर रोक लगायी है. पार्षद ने यहां आकर कोर्ट के निर्देश का उल्लंघन किया है. उनका आरोप है कि पार्षद ने उन्हें कई बार जाति सूचक अपमान जनक अपशब्द कहकर रिवाॅल्वर के बट से उन पर प्रहार कर उन्हें जख्मी किया. उन्होंने इसकी शिकायत हेयर स्ट्रीट थाने में दर्ज करायी है. पुलिस इस मामले की निष्पक्ष जांच नहीं कर रही. जांच नहीं होने पर वह लाल बाजार के वरिष्ठ अिधकारी तक पहुंचेंगे.