कोलकाता: दुर्गापूजा के दौरान षष्ठी से दसमी तक विभिन्न अपराधिक मामलों में जुड़े होने के आरोप में कोलकाता पुलिस ने महानगर के विभिन्न पूजा मंडप के आसपास से कुल 1645 बदमाशों को गिरफ्तार किया है.
संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) पल्लव कांति घोष ने बताया कि गिरफ्तार बदमाशों में विभिन्न इलाकों के 62 छटे हुए बदमाश शामिल है. इसके अपराधिक वारदातों से जुड़े होने के आरोप में पुलिस ने 94 बदमाशों को गिरफ्तार किया है. इसके अलावा महानगर के विभिन्न पूजा मंडप में छोटे मोटे हंगामा करने के आरोप में पुलिस ने 1470 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. षष्ठी से दसमी तक महानगर के विभिन्न पूजा मंडप में आने वाली युवतियों के साथ छेड़खानी के कुल 13 मामले सामने आये है.
इन मामलों में पुलिस ने 17 मनचलों को गिरफ्तार किया है. इसके अलावा महानगर के विभिन्न मंडप में युवतियों को देखकर अपशब्द व बदसलूकी करने के पांच मामले सामने आये. इस आरोप में पुलिस ने कुल सात लोगों को गिरफ्तार किया है. दुर्गा पूजा के दौरान आने वाली सभी शिकायतों को पुलिस ने गंभीरता से लेते हुए बदमाशों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की. कोलकाता पुलिस के प्रयास से लोग काफी जागरूक हुए जिसके कारण महिलाओं के साथ छेड़खानी की घटना में पहले की तुलना में काफी कमी आयी है.
दो युवक नदी में डूबे
विजय दशमी के दिन विसजर्न के दौरान दो घाटों में डूबने से दो लोगों की मौत हो गयी. पहली घटना उत्तर कोलकाता के बाग बाजार घाट पर शाम 5.30 बजे के करीब सुकुमार कंश बनिक (28) नामक एक युवक प्रतिमा विसजर्न के लिए नदी में उतरा था, लेकिन इसके बाद उसका सुराग नहीं मिल रहा था. कोलकाता पुलिस के डिजास्टर मैनेजमैंट ग्रुप (डीएमजी) के सदस्यों काफी देर तक तलाश करने के बाद रात 8.40 के करीब उसका पानी से बाहर निकाला गया. सुकुमार देशबंधु पार्क के निकट शिकदर बागान लेन का रहने वाला था. दूसरी घटना इसी दिन बाबू घाट में रात नौ बजे के करीब घटी. यहां प्रतिमा विसजर्न के लिए आने वाला 26 वर्षीय एक युवक नदी में डूब गया. दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने उसका शव नदी से बाहर निकाला. युवक की शिनाख्त नहीं हो सकी है.