कोलकाता. प्रदेश कांग्रेस में आपसी विवाद कोई नयी बात नहीं है. प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी के साथ प्रदेश के अधिकतर बड़े कांग्रेस नेताओं की पटती नहीं है. मंगलवार को कांग्रेस के बंगाल बंद के दौरान कांग्रेस का यह विवाद साफ देखने को मिला, जिसमें अधीर चौधरी के सिवा कांग्रेस का कोई भी बड़ा नेता बंद के दौरान रास्ते पर नजर नहीं आया. प्रदेश कांग्रेस के नेताओं के इस आपसी मनमुटाव को दूर करने में कांग्रेस के अल्पसंख्यक सेल ने एक बड़ा योगदान किया है.
जो काम बड़े-बड़े कांग्रेस नेता नहीं कर पाये, वह लगभग असंभव जैसा काम प्रदेश कांग्रेस अल्पसंख्यक सेल के चेयरमैन खालिद एबादुल्लाह ने कर दिखाया. जो अपनी मेहनत से प्रदेश कांग्रेस के लगभग सभी नेताओं को एक मंच पर लाने में सफल रहे. उनकी मेहतन व लगन के कारण ही वर्षों बाद पूरा प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व एक मंच पर इकट्ठा हो गया.
बुधवार को नेताजी इंडोर स्टेडियम में आयोजित अल्पसंख्यक सम्मेलन के मंच पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी, पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सौमेन मित्र, पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ मानस भुंइया, वरिष्ठ नेता अब्दुल मन्नान, सांसद अबु हाशेम खान चौधरी, सांसद मौसम बेनजीर नूर, विधायक दल के नेता मोहम्मद सोहराब इत्यादि एक साथ दिखायी दिये. उनके इलावा कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव शकील अहमद, वरिष्ठ नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री मणिशंकर अय्यर, अभिनेता व पूर्व सांसद राज बब्बर, कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शकील अहमद, कांग्रेस अल्पसंख्यक सेल के राष्ट्रीय चेयरमैन खुर्शीद अहमद सैयद जैसे राष्ट्रीय नेताओं के साथ-साथ विधायक तबस्सुम यासमिन, अबु ताहिर, शुभंकर चौधरी, इसलाम खान, कृष्णा देवनाथ इत्यादि भी सम्मेलन में शामिल थे.