कोलकाता: शिक्षण संस्थानों में हिंसक घटनाओं व शिक्षा के क्षेत्र में वोट बैंक की राजनीति किये जाने को लेकर गुरुवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (बंगाल शाखा) की तरफ से कॉलेज स्क्वायर से धर्मतला तक रैली निकाली गयी.
रैली के अंत में एक सभा को संबोधित करते हुए संयुक्त राष्ट्रीय कार्यकारी सचिव सुनील बंसल ने कहा कि शिक्षा क्षेत्र में राजनीति के कारण राज्य के छात्र पढ़ाई व नौकरी के लिए राज्य छोड़ रहे हैं. शिक्षा के क्षेत्र में वोट बैंक की राजनीति हो रही है, जिसके लिए पिछली सरकार के साथ वर्तमान राज्य सरकार भी जिम्मेदार है.
श्री बंसल ने राज्य सरकार पर मुस्लिम समुदाय को खुश करने का आरोप लगाते हुए कहा कि धर्म को आरक्षण का आधार बनाया जा रहा है, जिससे कई जरूरतमंद विद्यार्थी शिक्षा से वंचित रह जा रहे हैं. धर्म की राजनीति करने के कारण बहुसंख्यक वर्ग उपेक्षा का शिकार है. मुख्यमंत्री की अल्पसंख्यक वर्ग को आरक्षण व आर्थिक अनुदान देकर शिक्षा के क्षेत्र में अलगाववाद को बढ़ावा दे रही है. सभा के दौरान शिक्षा क्षेत्र में व्याप्त अराजकता के विरोध में एक ‘ब्लैक पेपर’ जारी किया गया.
सभा के बाद परिषद का एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल एमके नारायणन से मिला. परिषद की तरफ से राज्य में शिक्षा व्यवस्था में सुधार, बजट की 10 फीसदी राशि शिक्षा के आवंटित किये जाने, शिक्षा में राजनीति रोकने सहित अन्य मांगों के संबंध में राज्यपाल को एक ज्ञापन सौंपा गया.