रेल मंत्री ने चेंबर से कहा कि वह मंत्रलय को पूर्वी भारत में आयरन व स्टील उद्योग के लिए परिवहन किये जाने वाले जरूरी कच्चे माल के कुल परिमाण की जानकारी दें. इसके बाद मंत्रलय आगे कदम उठा सकेगा.
प्रतिनिधिदल ने कहा कि बड़े उद्योगों को प्रमुख पोर्ट में बड़े रेक में प्राथमिकता मिलती है लेकिन छोटी व मझोली इकाइयों को लंबी कतार में लगना पड़ता है. चेंबर ने छोटी इकाइयों के लिए नयी स्कीम लाने का अनुरोध किया. रेल मंत्री ने छोटे व मझोले सेक्टर को भी प्राथमिकता दिये जाने का आश्वासन दिया.