कोलकाता/नयी दिल्ली: इसे हाथ की सफाई कहें या पूर्ण विज्ञान, लेकिन ताजमहल या विक्टोरिया मेमोरियल जैसी ऐतिहासिक इमारतों या यात्रियों से भरी ट्रेन को ‘गायब कर देना’ जादूगर प्रदीप चंद्र सरकार के लिए बच्चों के खेल के समान प्रतीत होता है और अब वही अपना जादू यहां राष्ट्रीय राजधानी नयी दिल्ली में दिखाने के लिए तैयार हैं.
सरकार (जूनियर) का यह शो 10 मई से शुरू होगा और पूरे एक महीने तक चलेगा. इंद्रजाल के 100 साल पूरा होने के मौके पर आयोजित इस शो में उनकी पुत्री मानेका उनकी सहयोगी होंगी. इस शो में तरह-तरह के रोमांचक करतब दिखाये जायेंगे. इसमें वह विरासत भी दिखेगी, जो सरकार को उनके पिता और मिथक बन गये पीसी सरकार (सीनियर) से मिली हैं.
पीसी सरकार ने कहा कि इंद्रजाल न तो हाथ की सफाई है और न ही किसी तरह का फरेब, बल्कि यह विज्ञान, कला और मनोविज्ञान का मिलाजिला रूप है. उन्होंने कहा कि हम आज जिसे विज्ञान के रूप में देखते हैं, वह कल जादू था और जिसे हम आज जादू के रूप में देख रहे हैं, वह कल विज्ञान हो जायेगा.
सरकार ने कहा कि आप आज जो एनिमेशन और नवीनतम प्रौद्योगिकी देख रहे हैं, कुछ समय पूर्व उनके आगमन के पहले लोग उसे भी जादू ही मानते. कोलकाता स्थित जादूगर ने अपने चार दशक लंबे करियर में तमाम तरह के करतब दिखाये हैं, जिनमें ताज महल और विक्टोरिया मेमोरियल को गायब करने जैसे ‘जादू’ भी शामिल हैं.
सरकार के अनुसार वह अपने पिता से प्रभावित होकर इस क्षेत्र में आये और परिवार के पारंपरिक कार्य से जुड़ गये.
उन्होंने कहा : हर ऐसी चीज में जादू है, जिसे हम देखते हैं और करते हैं. उदाहरण के तौर पर सचिन तेंडुलकर बढ़िया क्रिकेट खेलते हैं तो आप उन्हें ‘क्रिकेट का जादूगर’ कहते हैं या जब आप किसी अच्छे अभिनेता को देखते हैं तो आप उन्हें ‘सिनेमा का जादूगर’ कहते हैं. इसी प्रकार मैं समझता हूं कि मेरे पिता ‘जादू के जादूगर’ थे. यही बात मुङो इस क्षेत्र में लेकर आयी और यह मेरी बेटी पर भी लागू होती है. ओहियो विश्वविद्यालय से एमबीए की पढ़ाई कर चुकी मानेका सरकार ने कहा कि शो में पारंपरिक और समकालीन करतब दोनों का मिश्रण होगा. मानेका ने कहा कि जादू सीखने के लिए उन्होंने अमेरिका में एक आकर्षक नौकरी की पेशकश ठुकरा दी.